इंदौर: आदिवासी समाज के छात्र सम्मलेन में भाग लेने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, कन्हैया कुमार सहित कई कांग्रेस नेता इंदौर पहुंचे. इस दौरान कन्हैया कुमार ने मध्य प्रदेश सरकार के साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भी आड़े हाथों लिया. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने विकास के मुद्दे पर चुनाव लड़ने की बात कही है. इसके अलावा कन्हैया कुमार ने कहा "एमपी में लाडली लक्ष्मी योजना का सच कांग्रेस महिलाओं के बीच लगातार उजागर कर रही है."
लाडली बहना योजना के बहाने शिवराज पर निशाना: इंदौर में भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन के प्रभारी और कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने पहली बार लाडली बहना योजना को लेकर मध्य प्रदेश सरकार को निशाना बनाया. कन्हैया कुमार ने कहा कि " मध्य प्रदेश में गेम लाडला को मुख्यमंत्री बनाने के लिए है और योजना का नाम लाडली रख लिया. प्रदेश की आधी आबादी वाली महिलाओं को यह खेल समझना होगा."
महिलाओं से किया आह्वान: कन्हैया कुमार "महिलाओं से आह्वान करते हुए कहा कि उधार की बैसाखी से कोई रेस नहीं जीती जाती. जब इक्वल वोटिंग का राइट हुआ था. तब महिलाओं ने पहली लड़ाई जीती थी, उसी राइट का परिणाम था कि इंदिरा गांधी देश की पहली प्रधानमंत्री बन पाई. इसलिए देश में अब कोई राजतंत्र नहीं है. क्योंकि मुख्यमंत्री बनने के लिए कमलनाथ जैसे लोगों को भी चुनाव लड़ना पड़ता है. हमें इस बात को समझना पड़ेगा जो इक्वल वोटिंग राइट है. उसे हिस्सेदारी में कैसे कन्वर्ट किया जाए." उन्होंने कहा कि जब आपका वोटिंग राइट और हमारा वोटिंग राइट बराबर है तो महिलाओं को यह खेल समझना होगा कि आपके खाते में 2000 रुपये आ जाएगा लेकिन महिलाएं प्रदेश की आधी आबादी हैं. इसलिए उनका हर चीज में आधा अधिकार है. इसलिए शिवराज महिलाओं को 2,000 रुपये में ठगने का काम मत कीजिए.
दोनों गृहमंत्री को किया चैलेंज: कन्हैया कुमार ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और प्रदेश गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा को चैलेंज किया है. उन्होंने कहा कि "हम सच बोलते हैं और सच के लिए लड़ते हैं. दोनों गृह मंत्री आज इंदौर में हैं. अगर मैं गलत हूं तो हमें जेल में डालें. बिना मतलब के बयान देकर लोगों को गुमराह न करें." एमपी शासन में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा पर तंज कसते हुए कन्हैया कुमार ने कहा कि, आपके राज्य में सबसे ज्यादा महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहा है. अपने राज्य को चला लीजिए फिर दूसरे पर बयान दीजिए. सच बोलिए डरिए नहीं. जब चुनाव आता है तो दिल्ली-इंदौर में घूमना शुरू कर देते हैं. आजकल दिल्ली-इंदौर में घूम रही है.
आदीवासी पर क्या बोले कन्हैया: कन्हैया कुमार ने कहा, "राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी आदिवासी हैं, लेकिन बड़े जोर से कांग्रेस पार्टी पर कीचड़ उछाला गया. देश का इतिहास उठाकर देख लीजिए पंडित जवाहरलाल नेहरू पहले प्रधानमंत्री हैं. जिन्होंने संविधान सभा में आदिवासियों के लिए जल, जंगल और जमीन का अधिकार दिलाया. जल-जंगल और जमीन की लड़ाई लड़ने वाले हमारे महामानव हैं."
सीएम शिवराज पर तंज: सीएम शिवराज सिंह चौहान को लेकर कन्हैया कुमार ने कहा कि "यहां के मुख्यमंत्री अपने आपको मामा कहते हैं तो मैं कन्हैया हूं और द्वापर युग में जिस तरह से कन्हैया ने कंस का वध किया था तो आप समझ सकते हैं."
दबंगों के खिलाफ कांग्रेस सरकार ने कार्रवाई की: पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि "जिस तरह से आदिवासी समाज ने अपनी मांगों को लेकर पत्र सौंपा है. यदि सरकार बनी और कमलनाथ मुख्यमंत्री बनते हैं, जो आदिवासी समाज की भी मांगें हैं, वह पूरी की जाएगी. आदिवासियों का उनकी सरकार ने हमेशा भला किया है. दबंगों के खिलाफ जब भी उन्हें शिकायत मिलती थी, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाती थी.
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विकास पर बोले कमलनाथ: कमलनाथ ने विकास की बात को लेकर अपनी बात रखी. उनका कहना था कि "छिंदवाड़ा जाकर आप लोग देख आइए, सबसे ज्यादा वहां पर आदिवासी समाज रहता है. अपने क्षेत्र के पातालकोट और अन्य क्षेत्रों का जिक्र करते हुए कहा कि वहां तक पहुंचने में काफी समय लगता था लेकिन आज वहां पर और वहां के लोगों में काफी बदलाव आ गया है. यह मेरा विकास है. मैं विकास की बात करता हूं. मेरा काम करने में विश्वास है तो यही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी कमलनाथ ने घेरने का प्रयास किया." कमलनाथ ने कहा कि "अभी चुनाव आए हैं तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आदिवासियों को पैरों में चप्पल जूते पहनाने की बात कर रहे हैं. इशारों ही इशारों में उन्होंने कई बातों का जिक्र किया है. फिलहाल पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आदिवासी समाज से निवेदन किया है कि आपने 20 साल मध्यप्रदेश में जिस तरह से देखे हैं अब परिवर्तन की बारी है आप सोच समझकर सरकार को चुने."