इंदौर। राजधानी के हमीदिया अस्पताल में बिजली गुल होने से तीन लोगों की मौत होने पर सरकार की लचर स्वास्थ्य सेवाएं उजागर हुई है. वहीं इस घटना पर किन्नर महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने भी आपत्ति दर्ज कराई है. इंदौर के कार्यक्रम में पहुंची किन्नर महामंडलेश्वर ने इस मामले में दुख जताते हुए कहा कि 'भारत में इंसान की जान की कोई कीमत नहीं है जिसके परिणाम स्वरूप ऐसी घटनाएं होती हैं'.
इंदौर के रेडिसन होटल में सामाजिक और विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान के लिए महिलाओं को सम्मानित करने पहुंची किन्नर महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने हमीदिया अस्पताल की घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि 'जिस तरह इलेक्शन में मतदाता अपना नेता चुनते हैं उसकी कीमत समझते हुए लोगों को योग्य और सक्षम सरकार चुनना चाहिए.' इस दौरान उन्होंने कोरोना वैक्सीनेशन के तीसरे चरण को लेकर कहा कि 'सबसे पहले वैक्सीनेशन बच्चों और बुजुर्गों का किया जाना चाहिए और इसके बाद सामान्य लोगों और किन्नरों को लगना चाहिए, क्योंकि इस बीमारी के शिकार सभी लोग हैं और यह बीमारी लैंगिक भेद नहीं करती.'
ये है मामला
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के सबसे बड़े हमीदिया अस्पताल में बीती रात बिजली चले जाने से तीन मरीजों की मौत हो गई. तीनों मरीज कोरोना संक्रमित थे और वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे. शुक्रवार रात हमीदिया अस्पताल की कोरोना यूनिट में करीब शाम 5:48 बजे बिजली गुल हुई थी. बिजली जाने के बाद इमरजेंसी बैकअप की भी कोविड वार्ड में कोई व्यवस्था नहीं थी. जिस वजह से वार्ड में मशीनें बंद रही. जबकि कोरोना वार्डों में कुल 64 मरीज भर्ती थे. इनमें से 11 गंभीर मरीजों को आईसीयू वार्ड में रखा गया था. इस दौरान वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखे गए करोना मरीज कांग्रेस के पूर्व पार्षद अकबर खान समेत तीन मरीजों की जान चली गई.
ये भी पढ़े-हमीदिया अस्पताल में बिजली गुल होने के वक्त कैसे मचा हाहाकार, देखिए वीडियो-ऑडियो
साथ ही अस्तपताल प्रंबधन की इस लापरवाही को दर्शाने का एक कथित वीडियो भी वायरल हुआ है. वीडियो कोविड 19 मरीज के बेटे ने बनाया है. इसमें वह पीछे से कह रहा है कि देखिए ये हमीदिया हॉस्पिटल है. इमरजेंसी वार्ड में कोविड-19 के कई पेशेंट हैं. आधे घंटे से लाइट नहीं है. ये देखिए आप पूरा इमरजेंसी वार्ड बंद पड़ा है.