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MY अस्पताल में शव के कंकाल में तब्दील होने के मामले की होगी जांच, अधीक्षक ने दिए निर्देश - indore news

इंदौर की एमवाय अस्पताल की मर्चुरी रूम में स्ट्रेचर पर रखा एक शव कंकाल में तब्दील हो गया था, जिसके बाद इस मामले में अस्पताल के अधीक्षक ने जांच का आश्वासन देकर संबंधित पर कार्रवाई करने की बात कही है.

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एमवाय अस्पताल
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Published : Sep 16, 2020, 12:02 PM IST

इंदौर। शहर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमवाय की मर्चुरी रूम में स्ट्रेचर पर रखा एक शव अंतिम संस्कार के इंतजार में कंकाल बन गया. हैरानी की बात यह रही कि शव से बदबू आती रही. लेकिन जिम्मेदार नाक बंद कर यहां से गुजरते रहे. मामला सामने आने के बाद हड़कंप मचा तो जिम्मेदारों ने तत्काल बॉडी को वहां से हटवा दिया. जब मामला सामने आया तो जिम्मेदारों ने जांच की बात कह कर मामले से इतिश्री कर दिया.

पीएस ठाकुर ,एमवाय अधीक्षक

इस मामले में एमवाय अस्पताल के अधीक्षक से बात की गई तो उनका कहना था कि आमतौर पर जो अज्ञात लाश रहती हैं, वो 10 दिनों तक इंदौर के एमवाय हॉस्पिटल की मर्चुरी में रखी रहती हैं और उसके बाद यदि अज्ञात लाश के जो परिजन रहते हैं, वो आ जाते हैं तो उनके सुपुर्द कर दी जाती है. लेकिन इस पूरे मामले में किसकी लापरवाही है, इसको लेकर जल्द ही जांच की जाएगी और जो भी जिम्मेदार रहेगा उस पर कार्रवाई करने होगी. वहीं प्रारंभिक तौर पर केजुअल्टी इंचार्ज को नोटिस जारी कर जवाब मांगने की बात कही गई है. फिलहाल अब देखना होगा कि इस पूरे मामले में किस तरह की कार्रवाई जिम्मेदार अपने अधीनस्थों पर करते हैं.

इस मामले में कई तरह की लापरवाही सामने आ रही है, पहली लापरवाही पुलिस की है जो बॉडी को मर्चुरी रूम में रखकर भूल गई, वहीं दूसरी लापरवाही एमवाय हॉस्पिटल के मर्चुरी रूम में पदस्थ डॉक्टरों की जो स्ट्रेचर पर पड़ी बॉडी का पोस्टमॉर्टम करना भूल गए और वो कंकाल में तब्दील हो गई. ऐसे में अगर प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल के यह हाल तो अन्य अस्पतालों में क्या व्यवस्थाएं होगी इसका अंदाजा लगाया जा सकता है.

इंदौर। शहर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमवाय की मर्चुरी रूम में स्ट्रेचर पर रखा एक शव अंतिम संस्कार के इंतजार में कंकाल बन गया. हैरानी की बात यह रही कि शव से बदबू आती रही. लेकिन जिम्मेदार नाक बंद कर यहां से गुजरते रहे. मामला सामने आने के बाद हड़कंप मचा तो जिम्मेदारों ने तत्काल बॉडी को वहां से हटवा दिया. जब मामला सामने आया तो जिम्मेदारों ने जांच की बात कह कर मामले से इतिश्री कर दिया.

पीएस ठाकुर ,एमवाय अधीक्षक

इस मामले में एमवाय अस्पताल के अधीक्षक से बात की गई तो उनका कहना था कि आमतौर पर जो अज्ञात लाश रहती हैं, वो 10 दिनों तक इंदौर के एमवाय हॉस्पिटल की मर्चुरी में रखी रहती हैं और उसके बाद यदि अज्ञात लाश के जो परिजन रहते हैं, वो आ जाते हैं तो उनके सुपुर्द कर दी जाती है. लेकिन इस पूरे मामले में किसकी लापरवाही है, इसको लेकर जल्द ही जांच की जाएगी और जो भी जिम्मेदार रहेगा उस पर कार्रवाई करने होगी. वहीं प्रारंभिक तौर पर केजुअल्टी इंचार्ज को नोटिस जारी कर जवाब मांगने की बात कही गई है. फिलहाल अब देखना होगा कि इस पूरे मामले में किस तरह की कार्रवाई जिम्मेदार अपने अधीनस्थों पर करते हैं.

इस मामले में कई तरह की लापरवाही सामने आ रही है, पहली लापरवाही पुलिस की है जो बॉडी को मर्चुरी रूम में रखकर भूल गई, वहीं दूसरी लापरवाही एमवाय हॉस्पिटल के मर्चुरी रूम में पदस्थ डॉक्टरों की जो स्ट्रेचर पर पड़ी बॉडी का पोस्टमॉर्टम करना भूल गए और वो कंकाल में तब्दील हो गई. ऐसे में अगर प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल के यह हाल तो अन्य अस्पतालों में क्या व्यवस्थाएं होगी इसका अंदाजा लगाया जा सकता है.

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