इंदौर। वरिष्ठ भाजपा नेत्री और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन बुधवार को इंदौर में नहीं थीं, लेकिन उनके समर्थकों ने पद्म भूषण सुमित्रा महाजन का जन्मोत्सव इंदौर के राजवाड़ा पर आयोजित किया. जिसमें उनके समर्थकों के साथ सांसद शंकर लालवानी एवं अन्य भाजपा नेताओं ने हिस्सा लिया. इस अवसर पर सभी ने सुमित्रा महाजन को शुभकामनाएं देते हुए उनके लंबे जीवन की कामना भी की.
पहले चुनाव में मिली थी हार: गौरतलब है लगातार 8 बार सांसद रहीं सुमित्रा महाजन का जन्म महाराष्ट्र के चिपलून में हुआ था. उन्होंने एक ही सीट से लगातार आठ बार चुनाव जीता था. वरिष्ठ भाजपा नेत्री और संसद के लंबे अनुभव के कारण सुमित्रा महाजन लोकसभा अध्यक्ष भी रहीं. इसके अलावा वे केंद्रीय मंत्री भी रहीं. हालांकि पहली बार चुनाव लड़ने पर उन्हें हार का सामना भी करना पड़ा था. विवाह के बाद 1965 में इंदौर आई सुमित्रा महाजन नगर निगम में एल्डरमैन और उपमहापौर भी रहीं. पहले विधानसभा चुनाव में वह वरिष्ठ कांग्रेस नेता महेश जोशी के खिलाफ चुनाव में हार गई थीं. इसके बाद उन्होंने 1989 के लोकसभा चुनाव से लेकर 2014 तक इंदौर लोकसभा सीट पर लगातार जीत दर्ज की.
सुमित्रा महाजन पर लिखी जाएगी किताब: सुमित्रा महाजन के खास समर्थक राजेश अग्रवाल अब उनके जीवन की कई रोचक घटनाओं के अलावा राजनीतिक घटनाक्रम एवं इंदौर के लिए ताई के प्रयासों पर आधारित पुस्तक लिख रहे हैं. हालांकि इसके पूर्व भी सुमित्रा महाजन पर एक और पुस्तक लिखी जा चुकी है. वहीं, अब इस पुस्तक में उनकी योग्यता और निष्पक्षता पर आधारित बिंदुओं का समावेश किया जाएगा. अग्रवाल के मुताबिक पुस्तक का नाम एवं स्वरूप खुद सुमित्रा महाजन के निर्देशन में तय किया जाएगा.
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लालवानी बोले-इंदौर की पहचान हैं ताई: इंदौर से लोकसभा सांसद शंकर लालवानी भी ताई के जन्मोत्सव समारोह में पहुंचे. जहां उन्होंने कार्यक्रम में हिस्सा लिया. वहीं सभी कार्यकर्ताओं के बीच ताई के समर्पण और प्रखर नेतृत्व के साथ इंदौर को भाजपा का गढ़ बनाने के लिए ताई के प्रयासों के बारे में बताया. सांसद शंकर लालवानी ने कहा ''इंदौर की पहचान जिन तीन चीजों से होती है, उसमें पहली स्वच्छता, दूसरी अहिल्याबाई होलकर और तीसरी सुमित्रा महाजन हैं, जो आज भी पार्टी की एक सजग कार्यकर्ता के रूप में हम सबका नेतृत्व कर रही हैं.''