इंदौर। कोरोना वायरस वैसे तो इंदौर शहर के लोगों और प्रशासन दोनों के लिए चुनौती बना हुआ है, लेकिन ज्यादा परेशानी उन लोगों के लिए है जिनकी उम्र भी ज्यादा है और उनका अपना कोई नहीं. ऐसे बुजुर्गों की मदद के लिए इंदौर पुलिस आगे आई है. शहर के अकेले रहने वाले सीनियर सिटीजन की मदद के लिए इंदौर पुलिस ने एक योजना बनाई है. जिसका नाम रखा गया है सत्यकाम. इस योजना के तहत इंदौर पुलिस कोरोना काल में किसी भी सीनियर सिटीजन को पड़ने वाली हर जरूरत का ध्यान रख रहे हैं.
हर थाना क्षेत्र में 2 वॉलिंटियर तैनात
इंदौर शहर में करीब 26 हजार सीनियर सिटीजन पुलिस रिकॉर्ड में रजिस्टर्ड है. इनमें से कई ऐसे हैं जो अकेले हैं या उनका परिवार उनके साथ नहीं रहता है. ऐसे में उनकी सेवा करने वाला भी कोई नहीं है. इसलिए इंदौर पुलिस उनकी सत्यकाम योजना के तहत उनकी सेवादार बनी है. इसके तहत शहर के हर थाना क्षेत्र में 2 वॉलिंटियर तैनात किए गए हैं. इन्हें इंदौर पुलिस ने आईडी कार्ड भी दिया है. इंदौर पुलिस के पास किसी भी तरह की मदद का कॉल आने पर वॉलिंटियर के ग्रुप में इसकी जानकारी शेयर की जाती है. इसके बाद नजदीकी वॉलिंटियर उनकी मदद करता है.
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हर दिन तैयार हो रहे हैं खाने के 100 पैकेट
इन सीनियर सिटीजन में कई ऐसे है जो कोरोना से संक्रमित हो गए. ऐसे में उन तक दवाईयां पहुंचाना, उनके खाने पीने का ध्यान रखना जैसे कई काम सत्यकाम योजना के तहत किया जा रहा है. इंदौर पुलिस हर दिन 100 खाने के पैकेट तैयार करवा रही है जो वॉलिंटियर्स के माध्यम से बुजुर्गों तक पहुंचाए जा रहे हैं. साथ ही सोशल मीडिया के माध्यम से इंदौर पुलिस सीनियर सिटीजन से लगातार संपर्क बनाकर रखती है.