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Indore Beleshwar Temple: 60 साल पुराना मंदिर, 80 साल पुरानी बावड़ी, जानें कैसे अचानक आई भीड़ और हुआ हादसा

श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में 60 साल पुराना शिव मंदिर है और उसके प्रांगण में 80 साल पुरानी बावड़ी बनी हुई थी. बावड़ी के ऊपर डाले गए छत पर बने कुंड के धंसने से 35 लोगों की मौत हो गई है.

Indore Beleshwar Temple
श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में हादसा
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Published : Mar 30, 2023, 10:00 PM IST

Updated : Mar 31, 2023, 8:14 AM IST

इंदौर। रामनवमी पर श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में गुरुवार को दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें 35 लोगों की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि ये 60 साल पुराना शिव मंदिर है. इस मंदिर में हर साल लोग रामनवमी पर हवन करने आते हैं, जो सालों से इंदौर की परंपरा में शामिल हो गया है. हर साल की भांति इस साल भी रामनवमी के मौके पर हवन करने बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे. इसके चलते प्रशासन की व्यवस्थाएं पूरी तरह से नाकाम साबित हो गई. बताया जा रहा है कि पिछले सालों के मुकाबले इस साल बड़ी संख्या में लोग हवन करने पहुंच गये थे.

  • इंदौर के बालेश्वर महादेव मंदिर में हुई दुर्भाग्यजनक घटना में 13 लोगों की दुखद मौत हुई है।

    रेस्क्यू किए गए लोगों का समुचित इलाज किया जा रहा है। हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। pic.twitter.com/Cxbbsj4XFc

    — Dr Narottam Mishra (@drnarottammisra) March 30, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

80 साल पुरानी बावड़ीः वहीं, मंदिर के प्रांगण में 80 साल पुरानी बनी बावड़ी के ऊपर हवन कुंड बनाया गया था. इस कुंड की जगह पहले बावड़ी थी, जिस पर सुरक्षा के लिहाज से पूर्व पार्षद देवाराम गलानी ने छत डलवा दी थी और उस पर हवन कुंड बना दिया था. काफी सालों से इस हवन कुंड में श्रद्धालु हवन की आहुतियां देते रहे हैं, जिसके कारण बावड़ी के ऊपर डाली गई छत कमजोर होती चली गई थी. हालांकि, पहले इस पर ज्यादा भीड़ नहीं होती थी, लेकिन आज गुरुवार को रामनवमी पर काफी संख्या में श्रद्धालु हवन के लिए आ गये थे. ऐसे में वजन बढ़ने से बावड़ी पर बना हवन कुंड टूट गया.

अवैध तरीके से किया गया था बावड़ी और मंदिर का निर्माण: स्थानीय लोगों के मुताबिक बावड़ी और मंदिर का निर्माण अवैध तरीके से किया गया था. वहीं, बावड़ी के ऊपर ही हवन कुंड बना दिया गया था जिसको लेकर पहले भी प्रशासन से कई बार शिकायत की गई थी, लेकिन इसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई. आखिरकार प्रशासन के लापरवाह रवैये के चलते ये बड़ा हादसा हो गया जिसमें कई लोगों की जानें चली गईं.

Must Read:- श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर हादसे से जुड़ी खबरें...

वहीं, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि इंदौर के बालेश्वर झूलेलाल मंदिर में हुए हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं और ये पता लगवाया जा रहा है कि बावड़ी पर हवन कुंड बनाने की अनुमति कैसे दे दी गई. इस हादसे के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान, पीएम नरेंद्र मोदी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई राजनेताओं ने दु:ख व्यक्त किया है.

इंदौर। रामनवमी पर श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में गुरुवार को दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें 35 लोगों की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि ये 60 साल पुराना शिव मंदिर है. इस मंदिर में हर साल लोग रामनवमी पर हवन करने आते हैं, जो सालों से इंदौर की परंपरा में शामिल हो गया है. हर साल की भांति इस साल भी रामनवमी के मौके पर हवन करने बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे. इसके चलते प्रशासन की व्यवस्थाएं पूरी तरह से नाकाम साबित हो गई. बताया जा रहा है कि पिछले सालों के मुकाबले इस साल बड़ी संख्या में लोग हवन करने पहुंच गये थे.

  • इंदौर के बालेश्वर महादेव मंदिर में हुई दुर्भाग्यजनक घटना में 13 लोगों की दुखद मौत हुई है।

    रेस्क्यू किए गए लोगों का समुचित इलाज किया जा रहा है। हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। pic.twitter.com/Cxbbsj4XFc

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80 साल पुरानी बावड़ीः वहीं, मंदिर के प्रांगण में 80 साल पुरानी बनी बावड़ी के ऊपर हवन कुंड बनाया गया था. इस कुंड की जगह पहले बावड़ी थी, जिस पर सुरक्षा के लिहाज से पूर्व पार्षद देवाराम गलानी ने छत डलवा दी थी और उस पर हवन कुंड बना दिया था. काफी सालों से इस हवन कुंड में श्रद्धालु हवन की आहुतियां देते रहे हैं, जिसके कारण बावड़ी के ऊपर डाली गई छत कमजोर होती चली गई थी. हालांकि, पहले इस पर ज्यादा भीड़ नहीं होती थी, लेकिन आज गुरुवार को रामनवमी पर काफी संख्या में श्रद्धालु हवन के लिए आ गये थे. ऐसे में वजन बढ़ने से बावड़ी पर बना हवन कुंड टूट गया.

अवैध तरीके से किया गया था बावड़ी और मंदिर का निर्माण: स्थानीय लोगों के मुताबिक बावड़ी और मंदिर का निर्माण अवैध तरीके से किया गया था. वहीं, बावड़ी के ऊपर ही हवन कुंड बना दिया गया था जिसको लेकर पहले भी प्रशासन से कई बार शिकायत की गई थी, लेकिन इसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई. आखिरकार प्रशासन के लापरवाह रवैये के चलते ये बड़ा हादसा हो गया जिसमें कई लोगों की जानें चली गईं.

Must Read:- श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर हादसे से जुड़ी खबरें...

वहीं, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि इंदौर के बालेश्वर झूलेलाल मंदिर में हुए हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं और ये पता लगवाया जा रहा है कि बावड़ी पर हवन कुंड बनाने की अनुमति कैसे दे दी गई. इस हादसे के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान, पीएम नरेंद्र मोदी, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई राजनेताओं ने दु:ख व्यक्त किया है.

Last Updated : Mar 31, 2023, 8:14 AM IST
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