इंदौर। फरियादी ने लोकायुक्त से सरपंच की शिकायत की थी. लोकायुक्त ने पहले मामले की जांच की. मछली पालन का काम करने वाले व्यापारी की शिकायत पर ये कार्रवाई की गई. तमाम साक्ष्य के आधार पर भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई. इंदौर के लोकायुक्त डीएसपी प्रवीण बघेल ने बताया कि फरियादी द्वारा कुछ दिनों पहले सरपंच की शिकायत की गई थी. सिंहासा गांव के सरपंच नारायण सिंह पर कार्रवाई की गई है. उसे 80 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा गया है. Indore Lokayukt Raid
रंगे हाथों किया गिरफ्तार : सरपंच नारायण सिंह द्वारा पहले मछली पालन का काम करने वाले व्यापारी से 1 लाख सालाना लिया जाता था. अब यह रकम बढ़ाकर ढाई लाख रुपये कर दी गई थी. इसके बाद व्यापारी ने लोकायुक्त में शिकायत की थी. उसी के बाद यह कार्रवाई की गई है. वहीं, सरपंच का कहना है कि उसे फंसाया गया है, लेकिन जिस तरह से रंगे हाथ सरपंच को पकड़ा गया है, इससे ग्रामीण अंचल में हो रहे भ्रष्टाचार का खुलासा लोकायुक्त द्वारा कर दिया गया.
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धोखाधड़ी का केस दर्ज : इंदौर में लगातार धोखाधड़ी की वारदात सामने आ रही हैं. इसी कड़ी में इंदौर के लसूडिया थाना क्षेत्र में एक फरियादी को सोने के जेवरात दिखाकर पीतल के जेवरात थामा दिए और लाखों रुपए की ठगी की वारदात को अंजाम देकर आरोपी फरार हो गए. फरियादी जितेंद्र जायसवाल ने प्रकरण दर्ज करवाया है. शिकायत में उसने बताया कि वह व्यापारिक काम को लेकर इलाहाबाद बैंक में गए हुए थे. तभी वहां पर एक व्यक्ति से उनकी मुलाकात हुई और उन्होंने ज्वैलरी बेचने की बात कही, जहां उन्होंने सोने की ज्वैलरी खरीदने से मना कर दिया लेकिन देर शाम को फिर एक बार आरोपी का फोन आया. फिर मुलाकात कर एक लॉकेट दिया, जिसे चेक करने पर वह सोने का पाया गया. लेकिन इसके बाद धोखाधड़ी की गई.