इंदौर। मरीजों की जान बचाने के लिए सड़कों पर दौड़ती एंबुलेंस के अलावा एयर एंबुलेंस के बारे में आपने सुना होगा, लेकिन अब नर्मदा नदी के डूब क्षेत्रों में मरीजों के इलाज के लिए नदी एंबुलेंस की शुरुआत की जा रही है. प्रदेश में पहली बार आईआरसीटीसी द्वारा नर्मदा समग्र के साथ मिलकर शुरू की जा रही नदी एंबुलेंस सेवा सरदार सरोवर के डूब प्रभावित क्षेत्र में मरीजों की जान बचाने के लिए नदी पर दौड़ती नजर आएगी.
इसलिए शुरू की जा रही नदी एंबुलेंस: दरअसल बीते 15 सालों से नदियों के संरक्षण को लेकर सक्रिय नर्मदा समग्र संस्था द्वारा मध्यप्रदेश के डूब प्रभावित जिले अलीराजपुर, बड़वानी और धार में विस्थापित लोगों के लिए चिकित्सा सेवा भी मुहैया करा रहा है. लेकिन इन जिलों के कुछ क्षेत्र ऐसे हैं, जहां नर्मदा किनारे घने जंगलों व पहाड़ों के बीच कुछ ऐसे इलाके हैं जहां पहुंचने के लिए केवल नदी ही सबसे सुलभ मार्ग है. इस क्षेत्र में रहने वाले डूब प्रभावित परिवारों को तत्काल चिकित्सा सुविधा मुहैया कराई जा सके इसके लिए आईआरसीटीसी ने नर्मदा समग्र न्यास के माध्यम से नदी एंबुलेंस चलाने का फैसला किया है. अपनी तरह की इस अनूठी पहल का लोकार्पण 18 मार्च को ग्राम ककराना तहसील सोंडवा जिला अलीराजपुर में होगा.
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नदी एंबुलेंस का डायल नंबर होगा जारी: नदी एंबुलेंस लोकार्पण समारोह में औद्योगिक नीति व निवेश प्रोत्साहन मंत्री राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव के अलावा इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन के समूह संपादक संदीप त्रिवेदी समेत इंदौर संभाग आयुक्त पवन शर्मा आदि मौजूद रहेंगे. माना जा रहा है कि नदी एंबुलेंस के शुरू होने से ना केवल डूब प्रभावित क्षेत्र में मौजूद विस्थापितों को चिकित्सा सुविधा मिल सकेगी, बल्कि वह इस एंबुलेंस के जरिए आवश्यकता होने पर इलाज के लिए जिला मुख्यालयों पर भी पहुंच सकेंगे. वहीं इस एंबुलेंस के जरिए आकस्मिक घटना दुर्घटना होने पर भी प्रभावितों को तत्काल चिकित्सक की मदद मुहैया हो सकेगी, नदी एंबुलेंस के लिए एक नंबर भी जारी किया जाएगा, जिसे डायल करने पर एंबुलेंस तत्काल मौके पर पहुंच सकेगी.