इंदौर। एमजी रोड स्थित जिला कोर्ट में एक फर्जी वकील शिवम एक मामले में वकील बनकर पहुंचा था. जब वहां पर मौजूद अन्य वकीलों को उसके बारे में जानकारी लगी तो वकीलों ने पहले उसका स्टिंग किया और उसके बाद पकड़कर एमजी रोड पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस ने आरोपी को जेल भेज दिया है. वहीं एमजी रोड पुलिस बारीकी से जांच पड़ताल करने में जुटी हुई है.
दस्तावेज नहीं दे सका फर्जी वकील: इंदौर के जिला कोर्ट में काम करते हुए, वकील उज्जवल फणसे एवं अर्पित वर्मा ने स्टिंग ऑपरेशन करके एक फर्जी वकील शिवम रघुवंशी निवासी जनता काटर को कोर्ट में कार्य करते हुए पकड़ा था. एडवोकेट वर्मा एवं फणसे ने पहले फर्जी वकील का कोर्ट में कार्य करते हुए वीडियो बनाया एवं उसके वकील होने की पहचान के संबंध में दस्तावेज मांगे, जो फर्जी वकील नहीं दे पाया. जिसके बाद उसे पकड़ कर पुलिस के सुप्रदः किया था. पुलिस ने फर्जी वकील पर धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज करते हुए गिरफ्तार कर उसे जेल पहुंचा दिया.
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कोर्ट ने खारिज की जमानत याचिका: बताया जा रहा है कि चतुर्थ अपर न्यायाधीश जयदीप सिंह के यहां फर्जी वकील की जमानत का आवेदन लगाया गया था. जमानत आवेदन पर फरियादी उज्जवल फणसे और अर्पित वर्मा ने आपत्ति ली. न्यायालय ने उज्जवल फणसे के तर्कों से सहमत होकर जमानत खारिज कर दी. वहीं कोर्ट ने पूरे मामले में टिप्पणी करते हुए कहा इस प्रकार का कार्य न्यायालय एवं न्यायिक कार्य को दूषित करने का कार्य है, ऐसे लोगों को जमानत का लाभ दिया जाना उचित नहीं होगा. बता दे इंदौर की जिला कोर्ट में पहले भी इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं. फिलहाल आने वाले दिनों में इस तरह के मामले सामने न आए उसको लेकर जिला कोर्ट में वकीलों के द्वारा कई धारा के मापदंड तय किए जा रहे हैं.