इंदौर। हिंदू देवी देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी के सहयोगी सदाकत खान को जमानत देने के लिए कोर्ट ने इंकार कर दिया है. कोर्ट ने उसकी याचिका को खारिज कर दिया है.
कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी के सहयोगी सदाकत खान करीब 1 महीने से अधिक समय से इंदौर की केंद्रीय जेल में बंद है. मुनव्वर फारूकी के साथ तुकोगंज पुलिस ने सदाकत खान सहित अन्य लोगों लोगों पर भी कार्रवाई करते हुए उनके जेल के सलाखों के पीछे पहुंचा दिया था. सदाकत खान और अन्य इंदौर की जेल में बंद है. वहीं मुनव्वर को जिस तरह से सुप्रीम कोर्ट से जमानत की राहत मिली है, उसके बाद इन सभी आरोपियों को भी उम्मीद है कि उन्हें भी अब जल्द जमानत मिल जाएगी. सदाकत खान ने इंदौर के जिला कोर्ट में जमानत के लिए आवेदन पेश किया. जिसे कोर्ट ने सुनने के बाद खारिज कर दिया.
यह रखे तर्क
सदाकत की ओर से जमानत आवेदन प्रस्तुत करते हुए तर्क रखे गए कि जिस तरह से इस पूरे मामले में कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी को अंतरिम जमानत सुप्रीम कोर्ट से मिल चुकी है. उसी आधार पर उसे भी जमानत का लाभ दिया जाए. वहीं उसने बताया कि वह इंजीनियर है और 1 जनवरी से जेल में बंद है. जेल में खूंखार अपराधियों के बीच रहने से भविष्य खराब हो रहा है. वहीं अभियोजन की तरफ से अतिरिक्त लोक अभियोजक संजय शर्मा ने तर्क रखे कि आरोपियों के खिलाफ गंभीर आरोप है. मुनव्वर को सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत मिली है. उसका लाभ किसी अन्य आरोपियों को नहीं दिया जा सकता. तर्कों से सहमत होते हुए कोर्ट में सदाकत की जमानत आवेदन खारिज कर दिया है.
तुकोगंज पुलिस ने की करवाई
बता दें एक जनवरी को मुनव्वर फारुकी व उसके साथियों के साथ एक कैफे में कार्यक्रम आयोजन किया जा रहा था. इसी कार्यक्रम में हिंद रक्षक संगठन से जुड़े एकलव्य गौड़ व अन्य लोगों ने जमकर हंगामा करते हुए मुनव्वर फारूकी सहित अन्य लोगों को पकड़कर तुकोगंज पुलिस के हवाले कर दिया था. वहीं पुलिस ने मुनव्वर फारूकी सहित अन्य लोगों के खिलाफ कई धाराओं में मामला दर्ज कर उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचा दिया था और उसी के बाद से वह जेल में बंद है.