इंदौर। शहर में लगातार कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं. इसी कड़ी में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के प्रशासनिक संकुल के आसपास भी लगातार रहवासी क्षेत्रों में संक्रमित मरीजों की संख्या में वृद्धि हो रही है. ऐसे में विश्वविद्यालय के कर्मचारियों को संक्रमण का खतरा सताने लगा है. जिसके चलते कर्मचारियों ने विश्वविद्यालय से उचित कदम उठाने की मांग की है.
शहर के आरएनटी मार्ग एचडी देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के प्रशासनिक संकुल नालंदा परिसर के आसपास निवासी क्षेत्र है. यूपी में बांदा परिसर के समीप छोटी ग्वालटोली में बड़ी संख्या में मरीज सामने आए थे. जिसके चलते प्रशासन ने क्षेत्र को कंटेनमेंट एरिया घोषित किया है. विश्वविद्यालय के समीपस्थ क्षेत्रों में लगातार संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने से विश्वविद्यालय ऐतिहातन कदम उठाने पर विचार किया जा रहा है. विश्वविद्यालय के कर्मचारियों ने कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए जल्द ही विश्वविद्यालय द्वारा उचित कदम उठाने की मांग की है.
वहीं पूरे मामले में कुलपति रेणु जैन का कहना है कि विश्वविद्यालय के दोनों प्रमुख गेटों को बंद किया जा रहा है. वहीं केवल आवश्यक कार्य के लिए ही आने वाले लोगों को विश्वविद्यालय परिसर में प्रवेश दिया जाएगा.
विश्वविद्यालय परिसर के आसपास बढ़ रहा कोरोना संक्रमण, कर्मचारियों ने की उचित व्यवस्था की मांग
इंदौर में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों को लेकर देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के कर्मचारियों ने प्रबंधन से उचित कदम उठाने की मांग की है.
इंदौर। शहर में लगातार कोरोना संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं. इसी कड़ी में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के प्रशासनिक संकुल के आसपास भी लगातार रहवासी क्षेत्रों में संक्रमित मरीजों की संख्या में वृद्धि हो रही है. ऐसे में विश्वविद्यालय के कर्मचारियों को संक्रमण का खतरा सताने लगा है. जिसके चलते कर्मचारियों ने विश्वविद्यालय से उचित कदम उठाने की मांग की है.
शहर के आरएनटी मार्ग एचडी देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के प्रशासनिक संकुल नालंदा परिसर के आसपास निवासी क्षेत्र है. यूपी में बांदा परिसर के समीप छोटी ग्वालटोली में बड़ी संख्या में मरीज सामने आए थे. जिसके चलते प्रशासन ने क्षेत्र को कंटेनमेंट एरिया घोषित किया है. विश्वविद्यालय के समीपस्थ क्षेत्रों में लगातार संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने से विश्वविद्यालय ऐतिहातन कदम उठाने पर विचार किया जा रहा है. विश्वविद्यालय के कर्मचारियों ने कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए जल्द ही विश्वविद्यालय द्वारा उचित कदम उठाने की मांग की है.
वहीं पूरे मामले में कुलपति रेणु जैन का कहना है कि विश्वविद्यालय के दोनों प्रमुख गेटों को बंद किया जा रहा है. वहीं केवल आवश्यक कार्य के लिए ही आने वाले लोगों को विश्वविद्यालय परिसर में प्रवेश दिया जाएगा.