इंदौर। कोरोना का असर न केवल इंसान पर, बल्कि जानवरों पर भी देखने को मिल रहा है. अमेरिका में एक बाघिन के कोरोना संक्रमित होने के बाद प्रदेश के तमाम प्राणी संग्रहालय में अब बाघ और शेर को संक्रमण से बचाने के लिए 'कोरोना फ्री केयर' की जा रही है. इंदौर में इसके लिए शेरों के साथ टाइगरों को भी सैनिटाइजेशन और क्लीनिंग की प्रक्रिया से गुजरना पड़ रहा है.
देश के वन्य प्राणियों में कोरोना संक्रमण न फैले, इसके लिए सेंट्रल जू अथॉरिटी ने वन्य प्राणियों खासकर शेरों को संक्रमण से बचाने के लिए दिशा निर्देश जारी किए थे. इन निर्देशों के मुताबिक इंदौर प्राणी संग्रहालय में लॉकडाउन के बाद से ही शेरों के बाड़े के आसपास मानवीय प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है. इसके अलावा सभी शेरों की स्वास्थ्य की सतत देखभाल की जा रही है, जो कर्मचारी सफाई और भोजन उपलब्ध कराने के लिए इनके करीब जा रहे हैं. उनके लिए मास्क क्लीनिंग और डिसइन्फेक्शन की प्रक्रिया को अत्यावश्यक कर दिया गया है.
वेटनरी डॉक्टरों की निगरानी में बाघ-शेर
वेटनरी डॉक्टर शेरों को भी सर्दी खांसी और बुखार से बचाने के लिए उनके बॉडी टेंप्रेचर की जांच कर रहे हैं. संक्रमण और बुखार की निगरानी उन शेरों की ज्यादा की जा रही है, जो ज्यादा आयु के हैं. इन्हें जो भी आहार उपलब्ध कराया जा रहा है, उसकी लगातार जांच और सैनिटाइजिंग स्तर की पड़ताल करनी पड़ रही है. इंदौर जू में जो वाहन प्रवेश कर रहे हैं, उन्हें भी सैनिटाइज करना अत्यावश्यक किया गया है. इसके बिना किसी भी वाहन और व्यक्ति को शेरों के एंक्लोजर के आसपास पहुंचने को प्रतिबंधित किया गया है.