इंदौर। शनिवार को कांग्रेस के धरने के बाद कांग्रेस विधायक गिरफ्तारी देने के लिए सराफा थाने पहुंचे. इससे पहले कांग्रेस विधायकों ने राजवाड़ा पहुंचकर प्रतिमा के सामने धरना भी दिया. इसके अलावा कांग्रेस विधायकों ने आरोप लगाया है कि धरने के दौरान उन्होंने किसी भी प्रकार का कानून नहीं तोड़ा था, लेकिन फिर भी उनके ऊपर केस दर्ज किया गया. इससे ऐसा प्रतीत होता है कि प्रशासन बीजेपी सरकार के दवाब में काम कर रहा है.
जानें मामला- पूर्व मंत्री के सामने घुटनों पर बैठने वाले एसडीएम को कलेक्टर ने जारी किया नोटिस
शनिवार को कांग्रेस विधायकों ने देवी अहिल्या प्रतिमा के सामने धरना दिया था. इस धरने के बाद कांग्रेस विधायक और कांग्रेस के जिलाध्यक्ष पर इंदौर के सराफा थाने में धारा 188 और धारा 34 के तहत मामला दर्ज किया गया था. इस पूरे मामले के बाद कांग्रेसी विधायक विशाल पटेल, संजय शुक्ला और जिलाध्यक्ष विनय बाकलीवाल अपनी गिरफ्तारी देने के लिए सराफा थाना पहुंचे.
जानें मामला- जीतू पटवारी समेत कांग्रेस के भी तीन विधायकों पर दर्ज हुआ मामला, जानिए पूरा मामला
सराफा थाना पहुंचने से पहले कांग्रेस नेताओं ने सबसे पहले देवी अहिल्या प्रतिमा को प्रणाम किया और उसके बाद सराफा थाने पर पहुंचकर अपनी गिरफ्तारी दी. इस दौरान कांग्रेस नेताओं के साथ एक बार फिर भारी भीड़ नजर आई. कांग्रेस नेताओं की गिरफ्तारी को देखते हुए थाने पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था.
जानें मामला- पूर्व मंत्री के सामने घुटने के बल बैठकर बात करने वाले SDM और CSP का हुआ तबादला
बता दें, कांग्रेस विधायकों के धरने के मामले में इंदौर में CSP और SDM का भी ट्रांसफर कर दिया गया है. कांग्रेसी विधायकों ने इस पूरे मामले में प्रदेश सरकार पर आरोप लगाए हैं कि पुलिस प्रशासन सरकार के दबाव में काम कर रहा है.