इंदौर। इंदौर केयर इंडिया गांव में फर्जी तरीके से नर्सिंग कॉलेज चलाया जा रहा है. यहां कई छात्रों की मार्कशीट एवं अन्य दस्तावेज कॉलेज प्रबंधन द्वारा दबाकर रखे गए हैं. छात्राओं द्वारा मांग की जाने पर भी उन्हें उनके मूल दस्तावेज नहीं लौटाए जा रहे थे. लिहाजा छात्राओं ने विगत दिनों जनसुनवाई में इस मामले की शिकायत की थी. शिकायत के बात जब कॉलेज की जांच की गई तो पता चला अक्षर नर्सिंग कॉलेज फर्जी तरीके से चलाया जा रहा है.
राज्य नर्सिंग काउंसिल से मान्यता निरस्त : इस कॉलेज मान्यता भी राज्य नर्सिंग काउंसिल द्वारा निरस्त की गई थी. इसके बावजूद यह कॉलेज फर्जी तरीके से संचालित किया जा रहा था. इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने इस मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए तो पता चला कि यहां पूर्व में भी कई छात्र-छात्राओं के साथ गड़बड़ियां की जाती रही हैं. लिहाजा, इंदौर जिला प्रशासन ने कॉलेज के संचालकों के खिलाफ एफआईआर कराने के निर्देश दिए हैं. इधर एफआईआर के डर से अब कॉलेज प्रशासन ने करीब 26 स्टूडेंट की मार्कशीट लौट आई है, जो लंबे समय से दबाकर रखी गई थी.
नर्सों को नोटिस जारी किए : इसके अलावा एक जांच दल कॉलेज भी पहुंचा था, जिसने पूरे मामले की मौके पर जाकर जांच की है. बताया जाता है कि इस कॉलेज को कुछ नर्सों द्वारा भी संचालित किया जाता था. जिनको नोटिस जारी किए गए हैं. इधर, पूरा मामला उजागर होने के बाद अब इंदौर जिला प्रशासन द्वारा राज्य नर्सिंग काउंसिल को भी इस मामले की शिकायत की जा रही है. (Akshar Nursing College is fake) (FIR will be lodged against directors)