इंदौर। पिछले दिनों इंदौर की विजय नगर पुलिस और SIT पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए एडवाइजरी कंपनी के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले आरोपी पंकज को गिरफ्तार किया था. पुलिस आरोपी से लगातार पूछताछ करने में जुटी हुई है. फिलहाल अन्य फरार आरोपियों की भी पुलिस द्वारा तलाश की जा रही है.
इंदौर में पहले भी कई बार एडवाइजरी कंपनियों पर कार्रवाई की जा चुकी है. आम आदमी की मेहनत की गाढ़ी कमाई बहला-फुसलाकर फर्जी कंपनी बनाकर इन सफेदपोश लोगों द्वारा कमाई को हड़पने पर पुलिस कई बार छापामार कार्रवाई करने के बाद भी ऐसी कंपनियां इंदौर शहर सहित प्रदेश में फल-फूल रही हैं .
पुलिस की पूछताछ में खुलासा हुआ है कि उसने पहले यूट्यूब अन्य इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के माध्यम से फर्जीवाड़े की जानकारी इकट्ठा की और पहले खुद का पैसा लगाकर पूरा जाल बिछाया, AB रोड स्थित सफायर हाउस में कैपिटल शेयर रिसर्च एडवाइजरी नाम की कंपनी का बनाई और अपने जान पहचान वालों को इस कंपनी में रुपए लगाने के लिए कहा. जिसके बाद यह सिलसिला लगातार बढ़ता गया और इसके द्वारा करीबन चार से पांच करोड रुपए का घपला कर लोगों के सामने दिवालिया घोषित हो गया.
दूसरे की जमीन को अपना बताकर युवती से ऐंठे पांच लाख रुपये, मामला दर्ज
मुख्य आरोपी पंकज के द्वारा एक महिला वकील को भी फीस देकर रखा गया था. ताकि न्यायालय प्रक्रिया को भी वह समझ सके. फिलहाल पुलिस ने पूरे ही मामले में संज्ञान लेते हुए तत्काल प्रभाव से कार्रवाई की और पंकज को गिरफ्तार कर लिया गया है. उसकी निशानदेही पर अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है.
SP ने आरोपी से की पूछताछ
इस पूरे मामले में SP ने आरोपी पंकज से पिछले दिनों ही तकरीबन 2 से 3 घंटों तक उससे पूछताछ की थी. इस दौरान उसने कई अहम जानकारियां SP को सौंपी हैं और कुछ दस्तावेज भी दिए हैं. इसी के साथ इस पूरे मामले में पंकज के साथ कॉलेज में प्रोफेसर का नाम भी सामने आ रहा है. उसके भी बैंक स्टेटमेंट की जानकारी जुटाई जा रही है. एक अन्य व्यक्ति की भी तलाश पुलिस द्वारा की जा रही है.
40 लोगों को ठगा
जांच पड़ताल में यह बात भी सामने आई कि आरोपी ने अभी तक 40 लोगों को अपना शिकार बनाया. उनसे लाखों रुपए ऐंठ लिए थे. जिस भी व्यक्ति से ठगी की वारदात को अंजाम देता था तो संबंधित व्यक्ति को 15% हर महीने मुनाफा देने की बात करता था. जिसके कारण अधिकतर लोग मुनाफे के लालच में आ जाते थे और ठगी का शिकार हो जाते थे.