इंदौर। प्रदेश में मिलावट के खिलाफ एक्सन में आई पुलिस ने दोषियों पर कार्रवाई शुरु कर दी हैं. पिछले दिनों खाद्य विभाग ने दूध के सैंपल जमा किए थे, जिसकी रिपोर्ट आने के बाद मिलावट करने वाले दुकानदारों पर कार्रवाई की जा रही हैं. तो वहीं दूसरी तरफ इस दिग्ध विक्रेता संघ ने कार्रवाई पर नाराजगी व्यक्त की है, साथ ही स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट से जांच मापदंडों में बदलाव करने की मांग की है.
मुरैना में सिंथेटिक दूध मिलने के बाद एक्शन मोड में आई प्रदेश सरकार ने मिलावट के खिलाफ मुहिम युद्ध स्तर पर शुरू की थी, जिसके बाद प्रदेश के कई जिलों में रासुका और एफआईआर जैसी कार्रवाई भी की गई. जिला प्रशासन के निर्देश पर खाद्य विभाग ने शहर के दुकानों से दूध और दूध से बने उत्पादों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे थे. जिसके बाद दो संचालकों के खिलाफ एनएसए और एक के खिलाफ एफआईआर किया गया था.
इस कार्रवाई के विरोध में दूग्ध विक्रेता संघ स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट और कलेक्टर से मिलने पहुंचा. जहां संघ ने जांच के मापदंडों में आज के वातावरण को देखते हुए जांच के मापदंडों में बदलाव करने की मांग की है.
व्यापारियों का कहना है कि वह सरकार के साथ हैं,लेकिन दूध उत्पादकों पर भी सरकार को जांच कर कार्रवाई करना चाहिए, व्यापारियों का साफ कहना है कि यदि उनके पास मिलावटी दूध ही पहुंचेगा तो उन्हें मजबूरी में वही दूध बेचना पड़ेगा.