इंदौर। रिश्तों में दूरियां और टूटने-बिखरते परिवारों के इस दौर में 54 सदस्यों का संयुक्त परिवार मिसाल बना हुआ है. फिलहाल के दौर में जहां लोग निजी जीवन में किसी का दखल नहीं चाहते हैं, ऐसे में इस तरह के परिवार की कल्पना करना किसी अजूबे से कम नहीं है.
बागली का उपाध्याय परिवार को लॉकडाउन ने एक बार फिर एक साथ एक घर में इकट्ठा कर दिया है. दरअसल, इस परिवार के कुछ सदस्य रोजगार की तलाश में इंदौर सहित अन्य जिलों में रहने लगे हैं. कोरोना वायरस के कारण हुए लॉकडाउन में पिछले 2 माह से पूरा परिवार वर्षों बाद एक साथ जुटा, तो एक-दूसरे की टांग खिचाई से लेकर बच्चों की हंसी ठिठोली का दौर शुरू हो गया और देखते ही देखते ये परिवार मिसाल बन गया. परिवार के सभी सदस्यों का भोजन एक ही चूल्हे पर बन रहा है. परिवार की तीन पीढ़ियों को साथ देख घर के बुजुर्गों की खुशी का ठिकाना नहीं है.
उपाध्याय परिवार भी खुशी के पलों को भूलना नहीं चाहता, इसलिए परिवार में रोज नए आयोजन किए जा रहे हैं. हाल ही में मदर्स-डे के अवसर पूरे परिवार की महिलाओं का पूजन कर सम्मान भी किया गया. यहां जब सब लोग सोशल डिस्टेंसिंग के साथ खाना खाते हैं तो सारा आंगन भर जाता है. परिवार में हंसी ठिठोली होती है और किस्से कहानी का सिलसिला भी चलता रहता है.
परिजन बताते हैं कि, कोरोना महामारी में पूरा परिवार एकजुट है. एक दूसरे को इस मुश्किल घड़ी में साहस दे रहा है. इस लॉकडाउन ने रिश्तों को और भी करीब ला दिया है.