होशंगाबाद। कोविड-19 महामारी के कारण 17 मार्च से बंद पड़े विंध्य पर्वत माला स्थित आजमगढ़ की ऐतिहासिक सेल चित्र पहाड़िया को पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है. लेकिन इस बीच पर्यटन विभाग ने टिकिट काउंटर बंद रखे हैं, केवल ऑनलाइन टिकट ही मिल रहे हैं. जिसके चलते बड़ी संख्या में पर्यटकों को टिकिट काउंटर बंद होने के चलते वापस लौटना पड़ रहा है.
शैल चित्र आदिमानव काल की याद दिलाते हैं
होशंगाबाद जिले में आजमगढ़ की पहाड़ियां पुरातन काल से ही आकर्षण का केंद्र रही है. यहां मौजूद चट्टानों पर अमिट स्याई से बने चित्र सदियों से पुरातन काल की याद को अपने आप में समेटे हुए हैं. आजमगढ़ की पहाड़ियों के गेट पर पर्यटकों के लिए भारत सरकार द्वारा कोरोना वायरस के लिए जारी की गई गाइडलाइन के हिसाब से खोले गए गेट पर सेनिटाइजर, थर्मल स्क्रीनिंग और बिना मास्क के प्रवेश नहीं दिया जा रहा है.
30 पर्यटक वापस लौटे
पहाड़ी पर मौजूद कर्मचारी संजय सिंह ने बताया कि आज कई पर्यटक पहुंचे थे. लेकिन इसमें से करीब 30 पर्यटक पहाड़िया नहीं देख पाए. क्योंकि इनके पास ऑनलाइन टिकिट नहीं थे. हालांकि पर्यटन विभाग ने मोबाइल ऐप के माध्यम से पेमेंट का ऑप्शन खोला हुआ है, लेकिन अधिकतर लोगों के पास पर्यटन विभाग का ऐप नहीं था. जिसके चलते उन्हें पहाड़ियों पर प्रवेश नहीं दिया गया.
पर्यटन विभाग ने दी छूट
कर्मचारियों का कहना है कि कोरोना वायरस के चलते यह सुविधा शुरू की गई है, जिसके चलते पर्यटकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वही टूरिस्टों के लिये पर्यटन विभाग ने छूट भी दी जा रही है. 25 रूपये के टिकट को 20 रुपये का कर दिया गया है. वही विदेशी टिकट में भी 50 रुपये की कमी कर 250 रुपये का टिकट अब 200 रुपए कर दिया गया है.