होशंगाबाद। आज फाल्गुन कृष्ण पक्ष की शनिश्चरी अमावस्या है और नर्मदा नगरी होशंगाबाद में शनि अमावस्या महास्नान का पर्व उत्साह और आस्था के साथ मनाया जा रहा है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार शनिवार को पड़ने वाली अमावस्या शनिश्चरी अमावस्या कहलाती है. साथ ही इस दिन किए गए दान धर्म तीर्थ स्नान का विशेष महत्त्व होता है. शनिश्चरी अमावस्या पर्व का संयोग साल में एक या दो बार ही आता है. फाल्गुन माह के चलते इस शनिश्चरी अमावस्या में पुण्य लाभ की प्राप्ति होती है और शनि की कृपा प्राप्त करने के लिए यह पर्व विशेष माना जाता है. इस अवसर पर सभी पवित्र नदियों में सुबह से ही श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा रहे है.
ऐंती पर्वत पर लगा शनि मेला, देशभर से आने लगे श्रद्धालु
जिले के विश्व प्रसिद्ध नर्मदा सेठानी घाट के साथ अन्य सभी घाटों पर अल सुबह से ही श्रद्धालु नर्मदा नदी में स्नान कर रहे है. हिन्दु मान्यता अनुसार इस दिन किए गए पवित्र स्नान दान से शनि की महादशा से मुक्ति मिलती है.
प्रशासन ने किए सुरक्षा इंतजाम
आज शनिश्चरी अमावस्या होने के कारण घाटों पर ज्यादा भीड़ रहती है, श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने घाटों और समाधि परिसर में पुख्ता इंतजाम किए है.
साल में एक बार शनिश्चरी अमावस्या
मान्यता है कि शनि न्याय के देवता हैं और वह हर व्यक्ति को उसके किए कर्मों के अनुसार न्याय देते है. ऐसे में जाने अनजाने हुए पापों से मुक्त होने के लिए इस पर्व को विशेष महत्व दिया जाता है. शनि अमावस्या वर्ष में एक या फिर कभी दो बार ही पड़ती है, जिसके कारण आज के दिन मंदिरों में ज्यादा भीड़ दिखाई देती है. शनि अमावस्या पर पवित्र नदियों मे स्नान और शनि पूजन से शनि देव की कृपा मिलती है. बता दें कि शहर के सेठानी घाट में स्थित प्राचीन शनि मंदिर में श्रद्धालुओं की विशेष भीड़ लगी हुई है. इस मंदिर की स्थापना परमार काल में की गई थी. तब से लेकर आज तक इस मंदिर में भगवान शनि को मनाने और उनका आशीर्वाद लेने लोग आते हैं.