नर्मदापुरम। जातिवाद छुआछूत के कारण मणिपुर, नागालैंड, तिब्बत जैसी जगहों के लोग हमसे दूर होते जा रहे हैं. जातिवाद के कारण हिंदुओं का दूसरे धर्म के लोग वेलकम करने को तैयार हैं. यह बात मानव कल्याण संस्थान की संस्थापक साध्वी महंत डॉ प्रज्ञा भारती ने सरकार द्वारा निकाली जा रही सामाजिक समरसता यात्रा को लेकर कही. जातिवाद और छुआछूत को मिटाने का संदेश देने के लिए यह यात्रा जन अभियान परिषद, योजना आर्थिक एवं सांख्यिकी और पर्यटन विभाग के द्वारा स्नेह यात्रा के रूप में 26 अगस्त तक निकाली जाएगी. साध्वी प्रज्ञा भारती ने ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचकर वचन देते हुए कहा कि "'यह प्रेम यात्रा है. ग्राम में भाईचारे का परस्पर व्यवहार करना चाहिए.''
सामाजिक समरस्ता के तहत निकाली जा रही स्नेह यात्रा: दरअसल पूरे प्रदेश में जन अभियान परिषद, योजना आर्थिक एवं सांख्यिकी एवं पर्यटन विभाग के द्वारा स्नेह यात्रा निकाली जा रही है, जो की 26 अगस्त तक जारी रहेगी. वहीं नर्मदापुरम में भी यात्रा का शुभारंभ बुधवार से हुआ, जिसमें उत्साह के साथ नागरिक शामिल हुए. विकासखंड बनखेड़ी के 15 ग्राम में 16 अगस्त से सांस्कृतिक एवं पर्यटन विभाग के माध्यम से यात्रा का शुभारंभ किया गया. गणेश मंदिर में पूजा अर्चना से शुरू की गई. प्रज्ञा मानव कल्याण संस्थान की संस्थापक साध्वी महंत डॉ प्रज्ञा भारती द्वारा पूजा अर्चना कर पंचायत भवन में स्नेह यात्रा में आशीष वचन देते हुए कहा कि ''यह प्रेम यात्रा है. ग्राम में भाईचारा परस्पर व्यवहार करना चाहिए.''
छुआछूत जाति प्रथा को खत्म करना जरूरी: जातिवाद मीडिया से चर्चा के दौरान साध्वी महंत डॉ प्रज्ञा भारती ने कई सवालों के जवाब दिए. उन्होंने कहा कि ''जातिवाद छुआछूत के कारण मणिपुर, नागालैंड, तिब्बत जैसी जगहों के लोग हमसे दूर होते जा रहे हैं. जातिवाद के कारण हिंदुओं का दूसरे धर्म के लोग भी वेलकम करने को तैयार हैं. इसलिए छुआछूत, जाति प्रथा को खत्म करना बेहद जरूरी है.''