नर्मदापुरम। सिवनी मालवा में इंजेक्शन लगाने के बाद हुई बच्चे की मौत का मामला गर्माता जा रहा है. गुरूवार सुबह तक बच्चे का अंतिम संस्कार परिजनों ने नहीं किया. परिजन इस बात पर अड़े हुए हैं कि, बच्चे का पोस्टमार्टम बाहर के डॉक्टरों की पैनल से पुन: कराया जाए. सिवनी मालवा थाने में बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जमा हो गई है. सभी मामले में कार्रवाई की मांग पर अड़े है. (Madhya Pradesh Health Department News) (Narmadapuram Private Clinics)
परिजनों का आरोप: पूरा मामला शिवपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत गोलगांव का है. नंदकिशोर लौवंशी के बेटे वंश लौवंशी को बुधवार पैर में फुंसी और खांसी होने के चलते परिवार वाले उसे सिवनी मालवा में बीयूएमएस डॉक्टर नितेश जैन के क्लीनिक पर ले गए. परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर नितेश जैन ने बच्चे को एक इंजेक्शन लगाया. लगाते ही वंश तड़पने लगा. इसके बाद बच्चे को सरकारी अस्पताल ले गए यहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.(MP Poor Health System)
क्लीनिक से इंजेक्शन जब्त: परिजनों का कहना है कि, घटना के बाद डॉक्टर का क्लीनिक ना तो सील किया गया ना ही नगर में चल रहे अन्य अवैध क्लीनिकों पर प्रशासन ने कार्रवाई की गई है. परिजनों ने देर रात ही प्रशासन से दो टूक कह दिया था कि, जब तक पूरे मामले में उचित कार्रवाई नहीं की जाती बच्चे का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा. इसके बाद प्रशासन हरकत में आया और डॉक्टर नितेश जैन के क्लीनिक पर जाकर जांच की गई साथ ही लगाए गए इंजेक्शन सहित अन्य सैंपल भी जब्त किए गए हैं.(Narmadapuram Private Clinics)
डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज: जांच के बाद डॉक्टर नितेश जैन को सिवनी मालवा थाने ले जाया गया. एसडीओपी सौम्या अग्रवाल ने बताया कि, परिजनों सहित अन्य लोगों के बयान के आधार पर ये पाया गया है कि डॉक्टर के पास यूनानी चिकित्सा की डिग्री है. इनके द्वारा एलोपैथी पद्धति से उपचार किया जा रहा था. पीएम करने वाले डॉक्टरों ने भी पीएम रिपोर्ट में बताया है कि बच्चे की मौत इंजेक्शन लगाने से हो सकती है. पुलिस ने डॉ नितेश जैन पर धारा 304, मध्य प्रदेश आयुर्वेदिक अधिनियम की धारा 24 के तहत मामला दर्ज किया है. (Madhya Pradesh Health Department News)