होशंगाबाद। नियमितीकरण की मांग को लेकर अतिथि विद्वानों ने नर्मदा नदी के प्रसिद्ध सेठानी घाट पर मुंडन कराकर सरकार की नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन किया. इससे पहले छिंदवाड़ा में प्रदर्शन कर रहे अतिथि विद्वानों को बस में भरकर पिपरिया के जंगलों में छोड़ दिया गया था. जिससे नाराज अतिथि विद्वानों ने पिपरिया से ही हाथ में तिरंगा लेकर भोपाल तक पदयात्रा कर रहे हैं.
इसी दौरान प्रदर्शन करते हुए सभी अतिथि विद्वान होशंगाबाद के सेठानी घाट पहुंचे. यहां सैकड़ों की संख्या में विद्वानों ने मुंडन कराया. विद्वानों का कहना है कि कमलनाथ सरकार ने वचन पत्र में अतिथि विद्वानों को नियमित करने की बात कही थी. इसी वजह से अतिथि विद्वानों ने सरकार को समर्थन दिया था. लेकिन कांग्रेस सरकार ने बीएससी चयनित प्रोफेसरों को पहले परमिशन नियुक्ति दे दी.
अतिथि विद्वानों ने प्रदेश सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है. इसी के विरोध में सभी अतिथि विद्वान पिपरिया से पैदल भोपाल तक पदयात्रा कर रहे हैं और मुख्यमंत्री कमलनाथ से गुहार लगा रहे हैं कि जल्द से जल्द नियुक्ति की जाए. साथ ही उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने भोपाल के नीलम पार्क में बोला था कि पहले अतिथि विद्वानों की नियुक्ति करेंगे. लेकिन उच्च शिक्षा मंत्री अपने ही बयान से पलट गए.