होशंगाबाद। जिला वैसे तो ऑरेंज जोन में है, जिसके चलते यहां के व्यापारियों जनप्रतिनिधियों की ये मांग रही है कि, प्रशासन कुछ राहत देते हुए बाजार खुलवाए. वहीं जिले में अब बीजेपी के पदाधिकारी ही लॉकडाउन पर सवाल खड़े करने लगे हैं.
होशंगाबाद के पिपरिया में विधायक की स्थानीय प्रशासन के साथ सहमति थी कि, बाजार में थोड़ी ढील दी जाएगी. जिसके तहत पिपरिया शहर का मार्केट 12 से 4 बजे तक खोलकर देखा जाना था कि, क्या आम जनता सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करती है कि नहीं.
पहले ही दिन बाजार खुलकर महज दो घंटे में बंद हो गया. दोपहर 12 बजे शहर के व्यापारी अपनी-अपनी दुकान खोलने पहुंचे थे, 12 बजे दुकानें भी खुल गईं. जब ये खबर शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में फैली तो भारी संख्या में जनता पिपरिया के बाजारों में आ गई.
भारी भीड़ को विधायक ठाकुर दास नागवंशी सोसल डिस्टेंसिंग का पाठ माइक से पढ़ाते रहे, पर बहुत दिनों बाद खुले बाजार में भीड़ में लोग दुकानों से खरीदारी करते रहे. शहर के मुख्य बाजारों में दो पहिया वाहन से लेकर चार पहिया वाहन बेधड़क दौड़ते दिखे.
फिर लागू टोटल लॉकडाउन
ये देख स्थानीय प्रशासन के हाथ पांव फूल गए, जिसके बाद महज 2 घंटे में ही पिपरिया के सभी व्यापारियों को अपनी-अपनी दुकानें बंद करने का आदेश दे दिया गया. पिपरिया एसडीएम मदन रघुवंशी ने बाजार के हालात देख कल से टोटल लॉकडाउन का आदेश जारी किया.
जिसके बाद स्थानीय विधायक से लेकर पूर्व जिला अध्यक्ष स्थानीय प्रशासन पर सवालिया निशान लगाते नजर आए, जहां एक ओर विधायक ठाकुरदास नागवंशी ने लॉकडाउन के दौरान अप्रवासी भारतीयों के एक जगह से दूसरी जगह पैदल जाने का हवाला देते हुए कहा कि, सोशल डिस्टेंस का पालन पैदल चलने वाले भी नहीं कर रहे, फिर तो यह बाजार है.
बीजेपी के होशंगाबाद जिले से पूर्व जिलाध्यक्ष रहे संपत मूंदड़ा ने स्थानीय प्रशासन पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि, व्यापारियों को कठपुतली की तरह नचाने पर लगा हुआ है प्रशासन. सीएम शिवराज सिंह चौहान तक ने लाठियां भांजने से मना कर रखा है, उसके बावजूद पिपरिया नगर पालिका सीएमओ आम जनता पर डंडे चलाते नजर आते हैं.