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स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने का शिक्षा विभाग ने निकाला नया तरीका, आप भी हो जाएंगे हैरान

हरदा जिले के हंडिया तहसील के अंतर्गत आने वाले कई गांवों के सरकारी स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति में लगातार कमी देखी जा रही है, जिसे लेकर शिक्षा विभाग ने सभी पालकों को अपने बच्चों को नियमित स्कूल भेजने का नोटिस जारी किया है.

Notice to send children to regular school issued
बच्चों को नियमित स्कूल भेजने का नोटिस जारी
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Published : Jan 3, 2020, 5:54 PM IST

हरदा। जिले के सरकारी स्कूलों के शिक्षक घर-घर जाकर बच्चों को नियमित स्कूल भेजने का आग्रह कर रही है. इसके बावजूद स्कूल में बच्चों की उपस्थिति में इजाफा नहीं हो रहा है. जिसके बाद शिक्षा विभाग ने एक नई तरकीब निकाली है, जिसके तहत पालकों को एक नोटिस जारी किया गया है. जिसमें लिखा है कि अगर अपने बच्चों को नियमित स्कूल नहीं भेजते है, तो उन्हें शासकीय योजनाओं से वंचित कर दिया जाएगा. साथ ही जुर्माना भी लगाया जाएगा. जो अपने तरह का अनोखा नोटिस है, जिससे स्कूलों में उपस्थिति के बढ़ने के आसार है.

बच्चों को नियमित स्कूल भेजने का नोटिस जारी

नियमित स्कूल भेजने का नोटिस जारी

बता दें हरदा जिले की हंडिया तहसील के अंतर्गत आने वाले अधिकांश गांव नर्मदा नदी के किनारे बसे है. जहां लोगों का मुख्य व्यवसाय पानी से रेत निकालना, मछली पकड़ना, खेतों में मजदूरी करना होता है. जिसके चलते यहां के पालक बच्चों को भी इस काम में साथ रख लेते है. हंडिया जनशिक्षा केंद्र के अंतर्गत कुल 38 स्कूल है. जिसमें 29 प्राथमिक और 9 माध्यमिक विद्यालय है. तहसीलदार शर्मा ने पालकों को अपने बच्चों को नियमित स्कूल भेजने के नोटिस जारी किया है.

सरकारी योजनाओं से वंचित करने की दी चेतावनी

जनशिक्षा केंद्र के बीआरसी पीएस केवट का कहना है कि शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों के पालकों को उनके बच्चों को नियमित रूप से स्कूल भेजने को कहा है. जिसके लिए कोशिश भी किए गए, लेकिन इसके बाद भी उपस्थित में सुधार नहीं हो पाया है. जिसको लेकर हंडिया संकुल के अंतर्गत आने वाले 19 स्कूल के पालकों को तहसीलदार ने स्कूल नहीं भेजने की दशा में सरकारी योजनाओं से वंचित करने की चेतावनी दी है.

हरदा। जिले के सरकारी स्कूलों के शिक्षक घर-घर जाकर बच्चों को नियमित स्कूल भेजने का आग्रह कर रही है. इसके बावजूद स्कूल में बच्चों की उपस्थिति में इजाफा नहीं हो रहा है. जिसके बाद शिक्षा विभाग ने एक नई तरकीब निकाली है, जिसके तहत पालकों को एक नोटिस जारी किया गया है. जिसमें लिखा है कि अगर अपने बच्चों को नियमित स्कूल नहीं भेजते है, तो उन्हें शासकीय योजनाओं से वंचित कर दिया जाएगा. साथ ही जुर्माना भी लगाया जाएगा. जो अपने तरह का अनोखा नोटिस है, जिससे स्कूलों में उपस्थिति के बढ़ने के आसार है.

बच्चों को नियमित स्कूल भेजने का नोटिस जारी

नियमित स्कूल भेजने का नोटिस जारी

बता दें हरदा जिले की हंडिया तहसील के अंतर्गत आने वाले अधिकांश गांव नर्मदा नदी के किनारे बसे है. जहां लोगों का मुख्य व्यवसाय पानी से रेत निकालना, मछली पकड़ना, खेतों में मजदूरी करना होता है. जिसके चलते यहां के पालक बच्चों को भी इस काम में साथ रख लेते है. हंडिया जनशिक्षा केंद्र के अंतर्गत कुल 38 स्कूल है. जिसमें 29 प्राथमिक और 9 माध्यमिक विद्यालय है. तहसीलदार शर्मा ने पालकों को अपने बच्चों को नियमित स्कूल भेजने के नोटिस जारी किया है.

सरकारी योजनाओं से वंचित करने की दी चेतावनी

जनशिक्षा केंद्र के बीआरसी पीएस केवट का कहना है कि शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों के पालकों को उनके बच्चों को नियमित रूप से स्कूल भेजने को कहा है. जिसके लिए कोशिश भी किए गए, लेकिन इसके बाद भी उपस्थित में सुधार नहीं हो पाया है. जिसको लेकर हंडिया संकुल के अंतर्गत आने वाले 19 स्कूल के पालकों को तहसीलदार ने स्कूल नहीं भेजने की दशा में सरकारी योजनाओं से वंचित करने की चेतावनी दी है.

Intro:हरदा जिले के सरकारीस्कूलों में शिक्षकों के द्वारा घर घर जाकर बच्चों को नियमित स्कूल भेजने का आग्रह किए जाने के बाद भी स्कूली की उपस्थिति में इजाफा नही हो रहा है।सरकारी स्कूलों में एक से बढ़कर एक कल्याणकारी योजनाओं के लाभ मिलने के बाद भी पालकों के द्वारा अपने बच्चों को नियमित स्कूल नही भेजा जा रहा है।शिक्षा विभाग की इस बड़ी समस्या और वार्षिक परीक्षा के परिणाम खराब होने की बात को ध्यान में रखकर जिले की हंडिया तहसील की तहसीलदार अर्चना शर्मा ने अब नया रास्ता अपनाया है ताकि पालकों के द्वारा बच्चों को प्रतिदिन स्कूल भेजा जा सके।उन्होंने हंडिया तहसील के अंतर्गत आने वाली सभी सरकारी प्राथमिक और माध्यमिक स्कूल में अध्ययन करने वाले करीब 252 पालकों को नोटिस जारी कर चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि अब से अपने बच्चों को स्कूल नही भेजा तो उन्हें शासकीय योजनाओं से मिलने वाला राशन और पेंशन बंद कर दी जाएगी।साथ ही जुर्मानालगाने के साथ साथ सजा का भी प्रावधान रहेगा।यह अपने तरह का पहला और अनोखा नोटिस है।जिससे स्कूलों में उपस्थित के बढ़ने के आसार है।


Body:हरदा जिले की हंडिया तहसील के अंतर्गत आने वाले अधिकांश गांव नर्मदा नदी के किनारे बसे है।जहाँ लोगों का मुख्य व्यवसाय पानी से रेत निकालना,मछली पकड़ना,खेतों में मजदूरी करना होता है।जिसके चलते यहां के पालक बच्चों को भी इस काम मे साथ रख लेते है।हंडिया जनशिक्षा केंद्र के अंतर्गत कुल 38 स्कूल है।जिसने 29 प्राथमिक एवं 9 माध्यमिक विद्यालय है।तहसीलदार शर्मा ने जिन गांव में पालकों को अपने बच्चों को नियमित स्कूल भेजने के नोटिस जारी किए है उनमें मालपोन के 8,छोटी मैदा के 4,उचान के 2,माँगरुल के 8,नयापुरा के 22,भमोरी के 5,जोगाकला के 15,नानी जोगा के 4,हंडिया के 40,खेड़ीनिमा के 9,उढाल के 27,काकड़दा के 31 पालक शामिल है।


Conclusion:जनशिक्षा केंद्र के बीआरसी पीएस केवट का कहना है कि शिक्षा विभाग के द्वारा सरकारी स्कूलों के पालकों को उनके बच्चों को नियमित रूप से स्कूल भेजने का कहा गया।जिसके लिए प्रयास भी किए गए लेकिन इसके बाद भी उपस्थित में सुधार नही हो पाया है।जिसको लेकर हंडिया संकुल के अंतर्गत आने वाले 19 स्कूल के पालकों को तहसीलदार ने स्कूल नही भेजने की दशा में सरकारी योजनाओं से वंचित करने की चेतावनी दी है।
बाईट- पी एस केवट बीआरसी,हरदा
तहसीलदार शर्मा का कहना है कि हमारे द्वारा सरकारी स्कूलों में छात्र छात्राओं की उपस्थिति कम होने को लेकर 19 स्कूलों के 252 पालकों को ग्राम कोटवार ओर शिक्षकों के माध्यम से नोटिस देकर सरकार से मिलने वाली योजनाओं से वंचित करने की चेतावनी दी गई है।ताकि स्कूलों में उपस्थित बराबर रहे।
बाईट- अर्चना शर्मा,तहसीलदार,हंडिया
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