हरदा। जिले के सरकारी स्कूलों के शिक्षक घर-घर जाकर बच्चों को नियमित स्कूल भेजने का आग्रह कर रही है. इसके बावजूद स्कूल में बच्चों की उपस्थिति में इजाफा नहीं हो रहा है. जिसके बाद शिक्षा विभाग ने एक नई तरकीब निकाली है, जिसके तहत पालकों को एक नोटिस जारी किया गया है. जिसमें लिखा है कि अगर अपने बच्चों को नियमित स्कूल नहीं भेजते है, तो उन्हें शासकीय योजनाओं से वंचित कर दिया जाएगा. साथ ही जुर्माना भी लगाया जाएगा. जो अपने तरह का अनोखा नोटिस है, जिससे स्कूलों में उपस्थिति के बढ़ने के आसार है.
नियमित स्कूल भेजने का नोटिस जारी
बता दें हरदा जिले की हंडिया तहसील के अंतर्गत आने वाले अधिकांश गांव नर्मदा नदी के किनारे बसे है. जहां लोगों का मुख्य व्यवसाय पानी से रेत निकालना, मछली पकड़ना, खेतों में मजदूरी करना होता है. जिसके चलते यहां के पालक बच्चों को भी इस काम में साथ रख लेते है. हंडिया जनशिक्षा केंद्र के अंतर्गत कुल 38 स्कूल है. जिसमें 29 प्राथमिक और 9 माध्यमिक विद्यालय है. तहसीलदार शर्मा ने पालकों को अपने बच्चों को नियमित स्कूल भेजने के नोटिस जारी किया है.
सरकारी योजनाओं से वंचित करने की दी चेतावनी
जनशिक्षा केंद्र के बीआरसी पीएस केवट का कहना है कि शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों के पालकों को उनके बच्चों को नियमित रूप से स्कूल भेजने को कहा है. जिसके लिए कोशिश भी किए गए, लेकिन इसके बाद भी उपस्थित में सुधार नहीं हो पाया है. जिसको लेकर हंडिया संकुल के अंतर्गत आने वाले 19 स्कूल के पालकों को तहसीलदार ने स्कूल नहीं भेजने की दशा में सरकारी योजनाओं से वंचित करने की चेतावनी दी है.