हरदा। शहर के बीचों बीच करीब 30 करोड़ की बेशकीमती जमीन को आज नगर पालिका ने अपने कब्जे में लिया है. करीब 6.43 एकड़ जमीन कांग्रेस नेता एकनाथ अग्रवाल और उनके छोटे भाई गोपाल अग्रवाल ने नर्मदा जिनिंग फैक्ट्री के लिए सालों पहले लीज पर लिया गया था. जिसकी अवधि 31 मार्च 2019 को समाप्त हो गई थी. नगर पालिका ने 24 अगस्त 2016 के संकल्प अनुसार इस भूमि की लीज को फ्री होल्ड करने का प्रस्ताव राज्य शासन को भेजा था. जिसे निरस्त कर दिया गया. नगरी प्रशासन विभाग आयुक्त के आदेश पर हरदा नगरपालिका के सीएमओ ज्ञानेंद्र कुमार यादव ने मंगलवार को आयुक्त के आदेश पर लीज धारी को तत्काल उक्त भूमि खाली करने के लिए नोटिस जारी किया गया था. वहीं बुधवार को सुबह नगरपालिका और राजस्व अमले ने पहुंचकर लीज की जमीन पर पंचनामा तैयार किया. साथ ही नगर पालिका के कब्जे की कार्रवाई की है.
जमीन पर गरीबों के लिए घर बनाने की मांग
स्थानीय विधायक और प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल इस जमीन को वापस लेने के लिए बीते कई सालों से मुद्दा उठाते रहे हैं. इस जमीन पर गरीबों के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकानों बनाने की होती रही है. 12 मई 2020 को नगरी प्रशासन विभाग के द्वारा जारी आदेश में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि, लीज धारी को जिस प्रयोजन के लिए शासन ने जमीन दी गई थी, उसके उद्देश्यों की पूर्ति नहीं हो पा रही है. वही जांच प्रतिवेदन और अभिलेखों में उक्त लीज 2019 में ही समाप्त हो चुकी है. लीजधारी ने इसका नवीनीकरण भी नहीं किया गया है. लिहाजा इसे खाली कराया जाए.
इस जमीन पर करीब 20 परिवार सालों से रह रहे हैं. नगर पालिका सीएमओ ज्ञानेंद्र कुमार यादव ने इन परिवारों को जल्द से जल्द जमीन खाली करने के निर्देश दिए हैं.
सीएमओ ज्ञानेंद्र कुमार यादव ने बताया कि, नगरी प्रशासन आयुक्त के निर्देश पर नर्मदा जिनिंग फैक्ट्री की 6.43 एकड़ भूमि को आज नगर पालिका के कब्जे में लिया गया है. जिसकी कीमत करीब 30 करोड़ के आस-पास है. उन्होंने कहा कि, इस जमीन पर नगर पालिका पीएम आवास योजना के तहत गरीबों के लिए घर बनाएगी.