हरदा। जिले की खिरकिया तहसील के अंतर्गत आने वाली चौकड़ी सोसायटी में समर्थन मूल्य की राशि नहीं मिलने को लेकर तीन किसानों द्वारा कीटनाशक दवा पीकर आत्महत्या की कोशिश करने के मामले में अब एक नया मोड ले लिया है.
सहकारिता विभाग के सहायक आयुक्त अखिलेश चौहान का कहना है कि जिन तीन किसानों के कीटनाशक पीने की बात सामने आई है, उनमें से नीमगांव का रहने वाला किसान सूरज अपात्र किसान है. सूरज पर आरोप है कि वह चार फर्जी बिल बनवाया है. वहीं अन्य दो किसानों पर आरोप है कि उन्होंने चौकड़ी सोसायटी में चना बेचा ही नहीं है.
इतना ही नहीं सहकारिता विभाग के सहायक आयुक्त अखिलेश चौहान का कहना है कि 12 जून को चौकड़ी सोसायटी में करीब पांच हजार 200 क्विंटल के फर्जी बिल बनाने का मामला सामने आया था. जिसके बाद विभाग ने मामले की जांच शुरू कर किसानों के भुगतान पर रोक लगा दी थी. लेकिन बाद में किसानों के बिल का सत्यापन करके पात्र किसानों को भुगतना कर दिया था. इसके साथ फिलहाल 38 किसानों को किए गए फर्जी तरीके से भुगतान को वापस लेकर 31 पात्र किसानों को करीब 71 लाख रुपये का भुगतान अब किया जाना है.
गौरतलब है कि हरदा की चौकड़ी सोसायटी में पुलिस की मौजूदगी में कीटनाशक दवा पीकर आत्महत्या की कोशिश किए जाने के मामले में कांग्रेस ने इंदौर बैतूल राष्ट्रीय राज्य मार्ग पर राठी पेट्रोल पंप के पास करीब आधे घंटे तक चक्काजाम करके विरोध जताते हुए प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की है. इसके साथ ही थाने पहुंचकर कृषि मंत्री कमल पटेल और सहकारिता विभाग के सहायक आयुक्त अखिलेश चौहान के खिलाफ FIR दर्ज कराने की मांग की है.