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मवेशियों के कान में लगेंगे टैग, हादसा होने पर पशु मालिक पर दर्ज होगी FIR

हरदा में आवारा पशु सड़कों पर डैरा जमाए बैठे रहते है. जिससे किसी भी वक्त हादसे की आशंका बनी रहती है. हरदा कलेक्टर एस विश्वनाथन ने पशु विभाग के अधिकारियों को जिले के सभी पशुओं की गणना कर उनके कान में टैग लगाने के निर्देश जारी किए हैं. जिससे सड़क पर हादसा होने की दशा में टैग लगे पशुओं के मालिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी.

मवेशियों के कान में लगेंगे टैग
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Published : Aug 21, 2019, 7:51 PM IST


हरदा। पशुओं को खुले में छोड़ने वाले मालिकों पर हरदा जिला प्रशासन अब सख्त कार्रवाई करने की तैयारी में है. हरदा कलेक्टर एस विश्वनाथन ने पशु विभाग के अधिकारियों को जिले के सभी पशुओं की गणना कर उनके कान में टैग लगाने के निर्देश जारी किए हैं. जिससे सड़क पर हादसा होने की दशा में टैग लगे पशुओं के मालिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी.

मवेशियों के कान में लगेंगे टैग

हरदा जिले में दुधारू पशुओं के मालिक उनका दूध लगाकर उन्हें खुला छोड़ दिया जाता है. जिससे ये आवारा पशु सड़कों पर डेरा जमाए रहते हैं. इन पशुओं के सड़क पर बैठने से आए दिन हादसे भी होते रहते हैं. यही वजह है कि जिला प्रशासन ने अब पशुओं पर टैग लगाने के निर्देश दिए हैं. हरदा जिले में करीब 72 हजार पशुओं की गणना की गई है. लेकिन इनमें से केवल आधे पशुओं के कान में अब तक टैग लगाए गए है.

ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम कोटवार के द्वारा मुनादी कर पशु पालकों को अपने मवेशियों को बांधकर रखने की समझाइश दी जाएंगी. यदि समझाइश के बाद भी मालिक नहीं माने तो सड़क पर हादसा होने की स्तिथि में सबंधित पशु मालिक के खिलाफ ग्राम पटवारी के द्वारा एफआईआर दर्ज कराई जाएगी.


हरदा। पशुओं को खुले में छोड़ने वाले मालिकों पर हरदा जिला प्रशासन अब सख्त कार्रवाई करने की तैयारी में है. हरदा कलेक्टर एस विश्वनाथन ने पशु विभाग के अधिकारियों को जिले के सभी पशुओं की गणना कर उनके कान में टैग लगाने के निर्देश जारी किए हैं. जिससे सड़क पर हादसा होने की दशा में टैग लगे पशुओं के मालिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी.

मवेशियों के कान में लगेंगे टैग

हरदा जिले में दुधारू पशुओं के मालिक उनका दूध लगाकर उन्हें खुला छोड़ दिया जाता है. जिससे ये आवारा पशु सड़कों पर डेरा जमाए रहते हैं. इन पशुओं के सड़क पर बैठने से आए दिन हादसे भी होते रहते हैं. यही वजह है कि जिला प्रशासन ने अब पशुओं पर टैग लगाने के निर्देश दिए हैं. हरदा जिले में करीब 72 हजार पशुओं की गणना की गई है. लेकिन इनमें से केवल आधे पशुओं के कान में अब तक टैग लगाए गए है.

ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम कोटवार के द्वारा मुनादी कर पशु पालकों को अपने मवेशियों को बांधकर रखने की समझाइश दी जाएंगी. यदि समझाइश के बाद भी मालिक नहीं माने तो सड़क पर हादसा होने की स्तिथि में सबंधित पशु मालिक के खिलाफ ग्राम पटवारी के द्वारा एफआईआर दर्ज कराई जाएगी.

Intro:कृषि प्रधान हरदा जिले के अनेकों लोगों के द्वारा अपने दुधारू पशुओं का दूध लगाकर उन्हें खुला छोड़ दिया जाता है।जिसको लेकर सड़कों पर आए दिन दुर्घटनाएं होती है।जिसमे कई लोगों को गम्भीर चोटें भी आती है।लेकिन अब जिला प्रशासन सड़को पर आवारा पशुओं को छोड़ने वाले पशु पालकों के खिलाफ सख्त हो गया है।कलेक्टर ने पशु विभाग के अधिकारियों को जिले के सभी पशुओं की गणना कर उनके कान में टैग लगाने के निर्देश जारी किए है।वही सड़क पर हादसा होने की दशा में टैग लगे पशुओं के मालिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराए जाने के निर्देश जारी किए है।जिससे की सड़कों पर मवेशियों के बैठने से होने वाले हादसों में कमी आ सके।


Body:हरदा जिले में करीब 72 हजार पशुओं की गणना की गई है।लेकिन इनमें से केवल आधे पशुओं के कान में अब तक टैग लगाए गए है।आधे पशुओं के कान में टैग नही लगने को लेकर पशु विभाग के अधिकारियों के द्वारा पशु मालिको के द्वारा पशुओं की प्रजनन क्षमता और कम दूध देने की बात बता कर कान में टैग लगाए जाने का विरोध किया जाता हैं।
लेकिन अब हरदा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम कोटवार के द्वारा मुनादी कर पशु पालकों को अपने मवेशियों को बांधकर रखने की समझाइश दी जाएंगी।यदि समझाइश के बाद भी मालिक नही माने तो सड़क पर हादसा होने की स्तिथि में सबंधित पशु मालिक के खिलाफ ग्राम पटवारी के द्वारा एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।जिससे की आवारा पशुओं के सड़क पर बैठने से होने वाली दुर्घटनाओं में रोक लग सके।


Conclusion:बारिश के दिनों में अधिकांश सड़को पर आवारा पशुओं का जमावड़ा लगा रहता है।जिससे आए दिन दुर्घटनाएं होती है।अतः पशु पालकों के खिलाफ सख्त कार्यवाही होनी चाहिए।ताकि पशु ओर वाहन चालक दोनों ही दुर्घटना का शिकार होने से बच सके।

बाईट-सरगम जैन,समाजसेवी,हरदा
जब भी गांव से हरदा आता हूँ सारे रास्ते मे आवारा मवेशी बैठे रहते हैं।वही हरदा शहर के मुख्य मार्गो पर तो ग्रामीण क्षेत्रो से भी ज्यादा मवेसी रहते है।जिससे आये दिन दुर्घटनाएं घटित होती है।अतः पशु पालकों को सख्त हिदायत दी जानी चाहिए।
बाईट-ओमप्रकाश चौहान,ग्रामीण

जिले की सड़कों पर मवेशियों के बैठने से आये दिन लोग दुर्घटना का शिकार होते हैं।अतः अब कोटवारों ओर पटवारियों के साथ पशु विभाग के द्वारा पशुओं के कानों में टैग लगाया जाएगा।वही अपने मवेशियों को खुला छोड़ने वाले पशु पालकों पर कार्यवाही की जाएगी।
बाईट - एस विश्वनाथन कलेक्टर हरदा
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