ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में स्वच्छता अभियान (Gwalior Swachh Survekshan 2021) में बाधक बनने वालों के खिलाफ प्रशासन ने सख्त रवैया अपनाया है. गंदगी फैलाने वालों पर 50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है. ग्वालियर में स्वच्छता सर्वेक्षण में रैंकिंग सुधारने की कोशिशें जारी हैं, इसी के मद्देनजर स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 की तैयारियों शुरू हो गई है और शहर में स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है. जिसके तहत आमजन को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जा रहा है. साथ ही शहर में दुकानदारों व आमजन से अपील की जा रही है कि वह अपने पास डस्टबिन अवश्य रखें, जिससे गंदगी न फैल पाए तथा सूखा व गीला कचरा वाहन में अलग-अलग डालें.
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स्वच्छता अभियान में लापरवाहों पर जुर्माने की कार्रवाई
नगर निगम द्वारा आमजन को जागरुक किया जा रहा है कि वे सार्वजनिक स्थानों पर शौच, स्थलों, मार्गों, सडक किनारे, नालियां में कचरा या गंदगी न फैलाएं. इसके साथ ही शहर को स्वच्छ व साफ रखने की अपील की जा रही है (Swachh Madhya Pradesh Abhiyan) तो वहीं गंदगी फैलाने पर जुर्माने की कार्रवाई की जा रही है. स्वच्छता जागरुकता कार्यक्रमों (Swachhta Jagrukta Abhiyan Madhya Pradesh) के दौरान वार्ड मॉनीटरों द्वारा गंदगी फैलाने, सूखा गीला कचरे के लिए अलग अलग डस्टबिन न रखने, खुले में थूकने वालों से 50 हजार रुपए से अधिक का जुर्माना वसूला गया है.
इनपुट - आईएएनएस