ग्वालियर। कांग्रेस नेता ब्रजमोहन परिहार और उनकी पत्नी रश्मि परिहार के खिलाफ दर्ज हुई धोखाधड़ी की शिकायत के बाद विवाद गहरा गया है. शिकायतकर्ता और शहर के जाने-माने ईएनटी विशेषज्ञ डॉक्टर एएस भल्ला का कहना है कि उन्हें कांग्रेस नेता परिहार ने सरकारी जमीन पर भवन निर्माण करके किराए पर दिया था, जिसकी पुष्टि नगर निगम के अधिकारियों ने कोर्ट में दिए गए हलफनामे में भी साफ होती है, ऐसे में ब्रजमोहन परिहार ही माफिया हैं, क्योंकि उन्होंने सालों से उस बिल्डिंग का किराया लिया है.
थम नहीं रहा सहारा अस्पताल जमीन विवाद वहीं कांग्रेस नेता बृजमोहन परिहार का कहना है कि उन्हें राजनीतिक प्रभाव का इस्तेमाल करके गलत तरीके से परेशान किया जा रहा है. बता दें विवादित जमीन पर बने विशालकाय भवन को कांग्रेस नेता परिहार ने 1997 में डॉ भल्ला को किराए पर दिया था, जिसके एवज में करीब 35 हजार रुपये महीना वसूलते थे. कांग्रेस सरकार बनने के बाद दिसंबर में इस विशालकाय भवन को गिरा दिया गया. इससे पहले भल्ला और परिहार के बीच कोर्ट में मकान खाली करने का विवाद भी चल था.मई में डॉक्टर भल्ला ने परिहार के खिलाफ सरकारी जमीन कब्जाने का आरोप लगाते हुए याचिका दायर की थी, इसमें नगर निगम के अधिकारियों और तहसीलदार ने भी अपना हलफनामा पेश किया है, जिसमें विवादित जमीन को शासकीय बताया गया है.
डॉ भल्ला का आरोप है कि उन्हें जबरन भूमाफिया साबित करने की कोशिश की गई थी. जबकि सरकारी जमीन पर कब्जा तो कांग्रेसी नेता बृजमोहन परिहार ने किया था. फिलहाल इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है.