ग्वालियर। शहर में बीते दिनों कोरोना के मामले सामने आए थे. जिनकी हालत में सुधार भी है. इधर जिला प्रशासन ने पुलिस का 12 सदस्यीय स्पेशल स्क्वॉड बनाया है, जो संदिग्ध मरीज को उसके घर से अस्पताल तक लेकर जाएगी.
दरसअल ग्वालियर शहर में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज का रेस्क्यू करने की जिम्मेदारी अब पुलिस ने ले ली है. पुलिस की 15 सदस्यीय डिजास्टर टीम, मरीज को पकड़कर अस्पताल पहुंचाने और भर्ती कराने के लिए तैयार है. इसके लिए बाकायदा पूरी टीम को सुरक्षा कवच से लैस किया गया है. यानि प्रोटेक्शन सूट, जिसे पहनने के बाद किसी भी तरह का वायरस इस टीम पर अटैक नहीं कर सकेगा. वहीं यह टीम पुलिस लाइन में तैनात कर दी गई है. इस पूरी टीम के रहने से लेकर खाने तक की व्यवस्था अलग की गई है.
वहीं अब इस टीम में शामिल कोई भी सदस्य न अपने घर जा सकेगा और न ही अपने किसी परिजन से मिल सकेगा. जिला प्रशासन ने हैदराबाद से स्पेशल ड्रेस मंगाई है. यह एल्यूमीनियम व अन्य तरह के कपड़े से बनी हुई है. एक सूट की अनुमानित कीमत लगभग 15 से 20 हजार रुपये बताई जा रही है. संदिग्ध मरीज के घर जाते समय और अस्पताल तक इनके साथ मास्क और सैनिटाइजर से युक्त होकर टीम चलेगी. टीम के लिए मेला ग्राउंड परिसर में 12 बेड का ऑफिस बनाया गया है. यह ऑफिस पूरी तरह सैनिटाइज युक्त है.
ऐसा है टीम का सुरक्षा कवच
इस सूट को पहनने के बाद कोरोना पॉजीटिव मरीज छू ले तो भी यह वायरस अटैक नहीं कर पाएगा.
1. टीम को 5 लेयर वाला मास्क उपलब्ध कराया गया है.
2. कोरोना संक्रमित मरीज छू न पाए, इसके लिए प्लास्टिक की सील्ड दी गई है.
3. प्रोटेक्टिव लैंस से लैस चश्मा दिया गया है.
4. प्रतिदिन दो बार गाड़ी को सेनिटाइज किया जाएगा.
5. गाड़ी मरीज को लेने जाएगी तो उससे पहले और उसके बाद सेनिटाइज होगी.
6. गाड़ी में 4 सेनिटाइजर मशीन रखी गई है.
वहीं मरीज के संक्रमित होने की सूचना मिलते ही टीम आरआई अरविंद दांगी को सूचना देगी. इसके बाद आरआई टीम को रवाना करेंगे. पहले ये लोग मरीज को मशीन से सैनिटाइज करेंगे. फिर उसे रवाना करेंगे। उसे अस्पताल छोड़ने के बाद खुद को मशीन से सेनिटाइज करेंगे.