ग्वालियर। घर से बाहर कोल्ड्रिंक लेने निकले एक 9 साल के बच्चे का अपहरण हो गया. सनसनी उस समय फैल गई, जब बच्चे के पिता के पास 5 लाख रुपए की फिरौती के लिए कॉल आया. अपहरणकर्ताओं और फिरौती के कॉल का पता चलते ही पुलिस हरकत में आ गई. जिस नंबर से फिरौती के लिए कॉल आया था. उसे ट्रैस करते हुए पुलिस देर रात बच्चे तक पहुंच गई. बच्चे को मुक्त कराने के बाद रिश्तेदार सहित तीन अपहरणकर्ता को पुलिस ने पकड़ लिया. इनमें से एक SAF से रिटायर्ड है.
अपहरणकर्ताओं का आया था कॉल
दरअसल, जनकगंज थाना क्षेत्र के हारकोटा सीर निवासी जितेन्द्र सिंह कुशवाह डेकोरेशन का काम करते हैं. उनके दो बच्चे है. उनका 9 वर्षीय बेटा क्रिश कोल्ड्रिंक लेने के लिए निकला था. इसके बाद वह घर ही नहीं लौटा. काफी देर होने पर परिजनों ने उसकी तलाश शुरू कर दी. शाम 7 बजे जब परिजन शिकायत करने थाने जा रहे थे, तभी बच्चे के पिता के पास कॉल आया. कॉल करने वाले ने कहा कि अपने इकलौते बेटे को जिंदा देखना चाहते हों, तो 5 लाख रुपए इंतजाम कर लें, नहीं तो उसे हमेशा के लिए भूल जाए. इस कॉल के बाद जितेन्द्र घबरा गया. उसने सीधे थाने पहुंचकर मामले की सूचना दी. बच्चे के अपहरण और फिरौती के लिए कॉल आने का पता चलते ही पुलिस हरकत में आ गई.
दो सगी बहनों से बंधक बनाकर छेड़छाड़, पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी
इस मामले में तत्काल फिरौती के लिए आए कॉल को सुराग मानकर तलाश शुरू कर दी गई. साथ ही बच्चा जिस रूट पर सामान लेने गया था, वहां CCTV कैमरों की तलाशी की गई. CCTV फुटेज से पुलिस को सुराग मिलते गए, जिसमें बच्चे को आरोपी रास्ते में मिला. उसने बच्चे को लालच दिया कि वह उसे चॉकलेट दिलाएगा. इसके बाद वह उसे अपने साथ साइकिल पर बैठाकर ले गया. मोबाइल नंबर की लास्ट लोकेशन गुढ़ा गुढ़ी का नाका पर एकता कॉलोनी के पास आ रही थी. इसके बाद पुलिस ने घेराबंदी कर आरोपी मोहन कुशवाह को वहां से पकड़ लिया और कुछ ही देर में बच्चा बरामद कर लिया. इसके बाद पूछताछ की गई, तो दो नाम और पता लगे, जिसमें 60 वर्षीय किशन पाल और बच्चे का मामा दामोदर कुशवाह निकला. इसमें किशन पाल को SAF से रिटायर्ड जवान बताया गया है. वही पुलिस ने तीनों अपहरणकर्ताओं को हिरासत में ले लिया है.