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ग्वालियर: IIM के छात्र करेंगे आदर्श गौशाला पर रिसर्च, शहरवासियों को तनावमुक्त करने की कवायद

इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट अहमदाबाद के छात्र अब लाल टिपारा स्थित गौशाला पर रिसर्च करेंगे. IIM ने कृषि पर्यटन को लेकर तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया था, जिसमें देशभर के प्रोफेसर सहित IIM अहमदाबाद के प्रोफेसर और छात्र शामिल हुए.

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Published : Feb 9, 2019, 11:43 PM IST

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ग्वालियर। इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट अहमदाबाद के छात्र अब लाल टिपारा स्थित गौशाला पर रिसर्च करेंगे. IIM ने कृषि पर्यटन को लेकर तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया था, जिसमें देशभर के प्रोफेसर सहित IIM अहमदाबाद के प्रोफेसर और छात्र शामिल हुए.

गौशाला के निरीक्षण के बाद आईआईएम कॉलेज के प्रबंधन ने बताया कि गायों से प्रकृति और समाज को होने वाले फायदों और मानव जीवन पर इसका क्या असर होता है, इस पर रिसर्च किया जाएगा. उनका कहना है कि शहर में बढ़ते तनाव और थकान के कारण लोग बीमार पड़ रहे हैं. इस कार्यशाला का उद्देश्य भी यही है कि शहर के लोगों को वापस गांव से कैसे जोड़ा जाए.

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गौरतलब है कि ग्वालियर की लाल टिपारा स्थित गौशाला में गाय के गोबर से कई प्रकार की सामग्री बनाई जाती है. वहीं अब गायों के गोबर से CNG गैस बनाने की तैयारी भी की जा रही है. गौशाला के संचालक ऋषि देव महाराज की जानकारी देते हुए बताया कि IIM कॉलेज के छात्र यहां आकर रिसर्च करेंगे, जिसमें उनकी मदद ITTM कॉलेज भी करेगी.

ग्वालियर। इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट अहमदाबाद के छात्र अब लाल टिपारा स्थित गौशाला पर रिसर्च करेंगे. IIM ने कृषि पर्यटन को लेकर तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया था, जिसमें देशभर के प्रोफेसर सहित IIM अहमदाबाद के प्रोफेसर और छात्र शामिल हुए.

गौशाला के निरीक्षण के बाद आईआईएम कॉलेज के प्रबंधन ने बताया कि गायों से प्रकृति और समाज को होने वाले फायदों और मानव जीवन पर इसका क्या असर होता है, इस पर रिसर्च किया जाएगा. उनका कहना है कि शहर में बढ़ते तनाव और थकान के कारण लोग बीमार पड़ रहे हैं. इस कार्यशाला का उद्देश्य भी यही है कि शहर के लोगों को वापस गांव से कैसे जोड़ा जाए.

गौशाला
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गौरतलब है कि ग्वालियर की लाल टिपारा स्थित गौशाला में गाय के गोबर से कई प्रकार की सामग्री बनाई जाती है. वहीं अब गायों के गोबर से CNG गैस बनाने की तैयारी भी की जा रही है. गौशाला के संचालक ऋषि देव महाराज की जानकारी देते हुए बताया कि IIM कॉलेज के छात्र यहां आकर रिसर्च करेंगे, जिसमें उनकी मदद ITTM कॉलेज भी करेगी.

Intro:ग्वालियर- अब लाल टापारा गौशाला में गायों पर इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट अहमदाबाद के छात्र रिसर्च करेंगे । साथ ही गायों से प्रकृति और समाज को होने वाले फायदों सहित कृषि एवं मानव जीवन पर गाय से फायदे को लेकर यह रिसर्च की जाएगी। यह गौशाला का निरीक्षण के बाद आईआईएम कॉलेज के प्रबंधन ने कही है । बता दे आईटीटीएम द्वारा कृषि पर्यटन को लेकर तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया था इस कार्यशाला में देशभर के कॉलेजों के प्रोफेसर सहित आईआईएम अहमदाबाद के प्रोफेसर और छात्र हुये शामिल थे ।


Body:छात्रों ने गौशाला का निरीक्षण करने के बाद वहां पर संतों और नगर निगम कर्मचारियों के द्वारा की और कहा लोग शहर से गांव की ओर कैसे जाये इसमें इस बात पर ज्यादा जोर दे रहे है ।कि शहर में बढ़ते तनाव और थकान के कारण लोग बीमार पड़ते हैं इसलिए उन्हें गांव में रहने की सलाह देते हैं। इस कार्यशाला का उद्देश्य था कि शहर के लोगों को वापस गांव में कैसे जुड़ा जाए । साथ ही गाय एक पालतू जानवर है । गौरतलब है कि ग्वालियर की लाल द्वारा गौशाला में गाय के गोबर से कई प्रकार के आइटम बनाए जा रहे हैं । गौशाला में गोवर की लकड़ी से लेकर सीएनजी गैस बनाने की तैयारी में है । इस गोशाला में सबसे अधिक गाय रहती है ।


Conclusion:वहीं गौशाला के संचालक ऋषि देव महाराज का कहना है कि अहमदाबाद का आई आई एम कॉलेज के छात्र अब गौशाला पर यहां आकर रिसर्च करेंगे। यह बात हमसे कॉलेज प्रबंधन ने भ्रमण के दौरान कही थी और इस कार्य में उनकी आईटीटीएम कॉलेज भी मदद करेगी ।

बाईट- देव ऋषि , संचालक लाल टिपारा गोशाला
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