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बीपीसीएल ने तेल रिफाइनरी-सह-पेट्रोरसायन परिसर स्थापित करने के लिए आंध्र प्रदेश को चुना - BPCL PICKS ANDHRA PRADESH

बीपीसीएल ने नई तेल रिफाइनरी-सह-पेट्रोरसायन स्थापना के लिए आंध्र प्रदेश का चयन किया है.

Bharat Petroleum Corporation Limited
भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (प्रतीकात्मक फोटो- ANI)
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By PTI

Published : 12 hours ago

नई दिल्ली : सार्वजनिक क्षेत्र की भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) ने नई तेल रिफाइनरी-सह-पेट्रोरसायन परिसर स्थापित करने के लिए आंध्र प्रदेश को चुना है.

बीपीसीएल ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि मंगलवार को हुई बैठक में उसके निदेशक मंडल ने ‘‘ आंध्र प्रदेश के पूर्वी तट पर 6,100 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से एक ग्रीनफील्ड रिफाइनरी सह पेट्रोरसायन परिसर की स्थापना के लिए परियोजना की पूर्व गतिविधियां शुरू करने को मंजूरी दे दी.’

कंपनी ने हालांकि इसे पूरा करने की समय-सीमा संबंधी कोई जानकारी नहीं दी. रिफाइनरी की क्षमता कम से कम 90 लाख टन (180,000 बैरल प्रति दिन) हो सकती है. बीपीसीएल भारत की तीसरी सबसे बड़ी तेल ‘रिफाइनर’ है.

आंध्र प्रदेश में नियोजित इकाई को भारत की अंतिम ग्रीनफील्ड रिफाइनरी परियोजना के रूप में बताया जा रहा है. बीपीसीएल एक ऐसे संघ का हिस्सा है जो महाराष्ट्र के पश्चिमी तट पर 60 मिलियन टन प्रति वर्ष की क्षमता वाली रिफाइनरी-सह-पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स बनाने की कोशिश कर रहा है, जिसकी परिकल्पना छह साल पहले की गई थी, लेकिन भूमि अधिग्रहण की समस्याओं के कारण अभी तक इस पर काम शुरू नहीं हो पाया है.

भारत - दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल उपभोक्ता और आयातक देश - की रिफाइनिंग क्षमता 256.8 मिलियन टन है और मौजूदा इकाइयों के विस्तार की सार्वजनिक रूप से घोषित योजना और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) की राजस्थान के बाड़मेर में लगभग 9 मिलियन टन की सुविधा के साथ दशक के अंत तक यह क्षमता 300 मिलियन टन हो जाएगी.

ये भी पढ़ें- आटे पर महंगाई की मार! 15 साल का तोड़ा रिकॉर्ड, जानें क्या है नई कीमत

नई दिल्ली : सार्वजनिक क्षेत्र की भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) ने नई तेल रिफाइनरी-सह-पेट्रोरसायन परिसर स्थापित करने के लिए आंध्र प्रदेश को चुना है.

बीपीसीएल ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि मंगलवार को हुई बैठक में उसके निदेशक मंडल ने ‘‘ आंध्र प्रदेश के पूर्वी तट पर 6,100 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से एक ग्रीनफील्ड रिफाइनरी सह पेट्रोरसायन परिसर की स्थापना के लिए परियोजना की पूर्व गतिविधियां शुरू करने को मंजूरी दे दी.’

कंपनी ने हालांकि इसे पूरा करने की समय-सीमा संबंधी कोई जानकारी नहीं दी. रिफाइनरी की क्षमता कम से कम 90 लाख टन (180,000 बैरल प्रति दिन) हो सकती है. बीपीसीएल भारत की तीसरी सबसे बड़ी तेल ‘रिफाइनर’ है.

आंध्र प्रदेश में नियोजित इकाई को भारत की अंतिम ग्रीनफील्ड रिफाइनरी परियोजना के रूप में बताया जा रहा है. बीपीसीएल एक ऐसे संघ का हिस्सा है जो महाराष्ट्र के पश्चिमी तट पर 60 मिलियन टन प्रति वर्ष की क्षमता वाली रिफाइनरी-सह-पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स बनाने की कोशिश कर रहा है, जिसकी परिकल्पना छह साल पहले की गई थी, लेकिन भूमि अधिग्रहण की समस्याओं के कारण अभी तक इस पर काम शुरू नहीं हो पाया है.

भारत - दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल उपभोक्ता और आयातक देश - की रिफाइनिंग क्षमता 256.8 मिलियन टन है और मौजूदा इकाइयों के विस्तार की सार्वजनिक रूप से घोषित योजना और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) की राजस्थान के बाड़मेर में लगभग 9 मिलियन टन की सुविधा के साथ दशक के अंत तक यह क्षमता 300 मिलियन टन हो जाएगी.

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