ग्वालियर। ग्वालियर मुरार कैंटोनमेंट बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष और पार्षद शैलेंद्र कुशवाह की निर्मम हत्या को लेकर पुलिस और प्रशासन पर परिवार एवं ओबीसी महासभा ने पक्षपात के आरोप लगाए हैं. ओबीसी महासभा और शैलेंद्र कुशवाह की पत्नी राधा कुशवाहा ने अपने समर्थकों के साथ कलेक्ट्रेट में धरना प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि पुलिस ने दो महीने पहले चक्काजाम खुलवाने के लिए जो वादे उनसे किए थे, उनमें एक भी पूरा नहीं हुआ है. कैंटोनमेंट एरिया में हत्यारों के मकान बने हुए हैं. यदि किसी दलित या पिछड़े वर्ग के आरोपी का यह मकान होता तो प्रशासन कभी का इसे जमींदोज कर चुका होता. लेकिन हत्यारे भूरा तोमर और उसके साथी दबंग हैं. इसलिए प्रशासन उन्हें बचाने की कोशिश कर रहा है.
केंद्रीय मंत्री तोमर के खिलाफ नारेबाजी : ओबीसी महासभा के लोगों ने कलेक्ट्रेट में धरना प्रदर्शन के दौरान केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और उन पर गुंडा तत्वों को संरक्षण देने का आरोप लगाया. उनका कहना है कि दो महीने पहले मुरार कैंटोनमेंट बोर्ड के भाजपा पार्षद शैलेंद्र कुशवाह की भूरा तोमर और उसके साथियों ने घर से बुलाकर बीच सड़क पर लाठी-डंडे और सरियों से पीट-पीटकर निर्मम हत्या कर दी थी. इस घटना का एक वीडियो भी वायरल हुआ था. पुलिस ने तमाम दबाव के बाद हत्यारों को गिरफ्तार तो किया लेकिन उनके मकानों को नहीं तोड़ा. जबकि इसी तरह के अन्य मामलों में अनुसूचित जाति जनजाति एवं पिछड़े वर्ग के लोगों के मकान आरोप सिद्ध होने से पहले ही जमींदोज कर दिए गए.
ये मांगें रखीं : आरोपियों के मकान तोड़ने की मांग को लेकर ओबीसी महासभा के लोगों ने तीन दिन पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की थी. जिसमें उसकी पत्नी राधा कुशवाह ने आरोप लगाया था कि उन्हें प्रशासन की ओर से आश्वस्त किया गया था कि हत्यारों के नियम विरुद्ध बने मकानों को तोड़ा जाएगा. साथ ही पीड़ित परिवार को एक करोड़ की सहायता राशि और बच्चों की पढ़ाई लिखाई का खर्चा प्रशासन देगा. लेकिन इनमें से एक भी वादा पुलिस और प्रशासन ने पूरा नहीं किया है.
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कलेक्टर से मिलने पर अड़े : गुस्साए लोगों ने कहा कि उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा. इसलिए उन्हें मजबूरी में यह आंदोलन करना पड़ रहा है. आंदोलन में ओबीसी महासभा एवं कुशवाह महासभा के कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी शामिल थे. ये लोग कलेक्टर से मिलने की मांग पर अड़ गए. लेकिन कलेक्टर ने डबरा से लौटने पर एक प्रतिनिधिमंडल से उन्होंने मुलाकात का वक्त दिया. ओबीसी महासभा ने कहा है कि यदि जल्द ही इस मामले में प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई तो वह बड़ा आंदोलन छेडे़ंगे. इस दौरान बीजेपी से निष्कासित नेता प्रीतम सिंह लोधी ने भी मीडिया से बातचीत की.