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ग्वालियर व्यापार मेले में वाहनों पर रोड टैक्स में 50 फीसदी की छूट से राजस्व विभाग को 7 करोड़ का नुकसान

15 साल के वनवास के बाद सत्ता में आई कांग्रेस सरकार ने व्यापार मेले में रोड टैक्स में 50% की छूट दी है. लेकिन इस रोड टैक्स में छूट से सरकार को 50 दिनों में करीब 7 करोड़ का राजस्व घाटा हुआ है जिसे अब दूसरे मदों से पूरा किया जा रहा है.

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Published : Feb 27, 2019, 12:38 PM IST

ग्वालियर| 15 साल के वनवास के बाद सत्ता में आई कांग्रेस सरकार ने व्यापार मेले में रोड टैक्स में 50% की छूट दी है. लेकिन इस रोड टैक्स में छूट से सरकार को 50 दिनों में करीब 7 करोड़ का राजस्व घाटा हुआ है जिसे अब दूसरे मदों से पूरा किया जा रहा है.

बता दें कि रोड टैक्स में छूट को कांग्रेस सरकार ने दोबारा शुरु किया है. इस छूट को बीजेपी सरकार ने देना बंद कर दिया था. ग्वालियर व्यापार मेले में वाहन खरीदने वालों को रोड टैक्स में 50 फीसदी की छूट दी गई थी. इसका नतीजा यह हुआ कि पूरे मध्य प्रदेश से लोग ग्वालियर आकर वाहन खरीदने पर मजबूर हुए. जानकारी के मुताबिक 50 दिनों में करीब 13 हजार से ज्यादा वाहन बिके, इनमें दोपहिया और चार पहिया वाहन शामिल हैं.

50% की छूट

बता दें कि ढाई हजार से लेकर सवा लाख रुपए तक वाहनों में छूट दी गई. साथ ही इस छूट से परिवहन विभाग को उम्मीद थी कि मेले में अरसे बाद मिली छूट से करीब 18 हजार वाहन बिकेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और सिर्फ 13 हजार से कुछ ज्यादा ही वाहन मेले में बिके हैं.

ग्वालियर| 15 साल के वनवास के बाद सत्ता में आई कांग्रेस सरकार ने व्यापार मेले में रोड टैक्स में 50% की छूट दी है. लेकिन इस रोड टैक्स में छूट से सरकार को 50 दिनों में करीब 7 करोड़ का राजस्व घाटा हुआ है जिसे अब दूसरे मदों से पूरा किया जा रहा है.

बता दें कि रोड टैक्स में छूट को कांग्रेस सरकार ने दोबारा शुरु किया है. इस छूट को बीजेपी सरकार ने देना बंद कर दिया था. ग्वालियर व्यापार मेले में वाहन खरीदने वालों को रोड टैक्स में 50 फीसदी की छूट दी गई थी. इसका नतीजा यह हुआ कि पूरे मध्य प्रदेश से लोग ग्वालियर आकर वाहन खरीदने पर मजबूर हुए. जानकारी के मुताबिक 50 दिनों में करीब 13 हजार से ज्यादा वाहन बिके, इनमें दोपहिया और चार पहिया वाहन शामिल हैं.

50% की छूट

बता दें कि ढाई हजार से लेकर सवा लाख रुपए तक वाहनों में छूट दी गई. साथ ही इस छूट से परिवहन विभाग को उम्मीद थी कि मेले में अरसे बाद मिली छूट से करीब 18 हजार वाहन बिकेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और सिर्फ 13 हजार से कुछ ज्यादा ही वाहन मेले में बिके हैं.

Intro:ग्वालियर
ग्वालियर व्यापार मेले में कांग्रेस सरकार द्वारा एक दशक बाद दी गई रोड टैक्स में छूट का लाभ भले ही वाहन खरीदने वालों को मिला हो लेकिन इससे सरकार को सिर्फ 50 दिनों में ही करीब 7 करोड़ का राजस्व का घाटा हुआ है। जिसे अब दूसरी मदो से पूरा किया जाएगा। खास बात यह है कि छूट के बावजूद मेले में अपेक्षा के अनुरूप वाहन नहीं बिके हैं।


Body:15 साल बाद सत्ता में लौटी कांग्रेस ने सबसे पहले ग्वालियर के ऐतिहासिक व्यापार मेले में उस छूट को दोबारा दिया जिसे भाजपा सरकार ने बंद कर दिया था। एक दशक बाद ग्वालियर व्यापार मेले में वाहन खरीदने वालों को रोड टैक्स में 50 फ़ीसदी की छूट दी गई थी। इसका नतीजा यह हुआ कि पूरे मध्य प्रदेश से लोग ग्वालियर आकर वाहन खरीदने लालायित दिखे। 50 दिनों में ही करीब 13 हजार से ज्यादा वाहन बिके इनमें दोपहिया और चार पहिया वाहन शामिल है। वाहनों पर छूट का आलम यह था कि ढाई हजार से लेकर सवा लाख रुपए तक वाहनों में छूट दी गई।


Conclusion:परिवहन विभाग को उम्मीद थी कि मेले में अरसे बाद मिली छूट का लाभ ग्राहकों उठाएंगे और करीब 18 हजार वाहन बिकेंगे। लेकिन उसके अनुरूप सिर्फ 13 हजार से कुछ ज्यादा ही वाहन अब तक बिके हैं। यह छूट बुधवार को आखरी दिन रहेगी। खास बात यह है कि वाहनों पर टैक्स में छूट के कारण 50 दिनों में ही 7 करोड़ के राजस्व का सरकार को नुकसान उठाना पड़ा है जिसे अब दूसरे मदों से पूरा किया जाएगा। लोग बाहर से आकर वाहन खरीदने में उत्सुक दिखे। दस हजार से कुछ ज्यादा वाहन अकेले ग्वालियर में रजिस्टर्ड किए गए हैं। जबकि तीन हजार से कुछ ज्यादा वाहन टेंपरेरी रजिस्ट्रेशन के बाद प्रदेश के दूसरे जिलों में चले गए हैं।
बाइट एमपी सिंह आरटीओ ग्वालियर
बाइट कैलाश रघुवंशी निवासी गुना वाहन खरीददार
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