ग्वालियर। मध्यप्रदेश हाईकोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ पर्यावरण को बचाने के लिए मिसाल पेश कर रहा है. न्यायालय ने इस महीने में 2 दर्जन से अधिक ऐसे फैसले सुनाए हैं, जिसमें आरोपी को पेड़ लगाने की शर्त पर रिहा किया गया है. इसकी मॉनिटरिंग करने की जिम्मेदारी वकीलों और दूसरे अधिकारियों को दी गई है.
समाजसेवियों का कहना है कि यह न्यायालय की तरफ से अनुकरणीय पहल है. जिसमें पर्यावरण को बचाने के लिए न्यायालय ने बीड़ा उठाया है, क्योंकि समाज पर्यावरण को बचाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है, जबकि हालात ये हो गए हैं कि लोग पीने के पानी के लिए मोहताज हैं. इस लिहाज से न्यायालय की पहल काफी सराहनीय है.