ग्वालियर। स्वच्छता सर्वेक्षण में ग्वालियर को ऊंचा पायदान दिलाने के लिए नगर निगम और स्मार्ट सिटी कार्पोरेशन ने मिलकर संयुक्त रूप से कोशिश शुरू कर दी है. ग्वालियर में डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन के लिए लगाई गई गाड़ियों में निगम ने जीपीएस सिस्टम स्थापित किया है. जिसके कारण अब इन गाड़ियों की लोकेशन स्मार्ट सिटी के कमांड सेंट्रल से लाइव देखी जा सकेगी. गाड़ियां समय पर गली मोहल्ले और अपने निर्धारित पॉइंट पर पहुंचे इसकी मॉनिटरिंग कंट्रोल कमांड सेंटर से होगी.
कचरा संग्रहण के लिए नये प्रयोग
इस सुविधा से कचरा संग्रहण में लगी गाड़ियों की विधिवत लोकेशन आ सकेगी. वहीं गाड़ियों के खराब होने अथवा निर्धारित स्थान पर नहीं पहुंचने की भी सूचना कमांड सेंटर के जरिए नगर निगम को मिल सकेगी. स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन की मुख्य कार्यपालन अधिकारी जयति सिंह ने बताया कि बड़े शहरों की तर्ज पर अब ग्वालियर में भी सफाई व्यवस्था को व्यवस्थित और सुचारू करने के लिए कई तरह के नए प्रयोग किए जा रहे हैं. इसी के अंतर्गत नगर निगम और स्मार्ट सिटी ने मिलकर कचरा संग्रहण में लगे वाहनों में जीपीएस लगाया है. फिलहाल 125 वाहनों में जीपीएस लगाकर व्यवस्था की शुरू हो चुकी है. उन्होंने बताया कि इस सुविधा से अब साफ सफाई के नाम पर निकलने वाली गाड़ियां संबंधित वार्ड में जाकर कचरा उठाती है या नहीं. इसकी पूरी जानकारी कमांड सेंटर से लाइव देखी जा सकेगी.
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ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम
गाड़ियां कहां पर है और कहां जा रही है, इसके बारे में भी जानकारी हो सकेगी. वाहनों पर चालक के लिए दिशा निर्देश भी कमांड सेंटर से दिए जा सकेंगे. गाड़ियों में ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम जीपीएस को रास्ते में जानकारी और उसके लिए इस्तेमाल किया जाता है लेकिन मौजूदा दौर में वाहनों की स्पीड लोकेशन ली जा सकती है. गाड़ियों में जीपीएस लगाने के पीछे कचरा कलेक्शन वर्तमान में शहरी क्षेत्र के 66 वार्डों में लगभग 165 वाहनों की मदद से डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण का कार्य किया जा रहा है. पहले चरण में 125 वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगाया जा चुका है और इनकी मॉनिटरिंग शुरू की जा चुकी है.