भोपाल: बीजापुर में लाल आतंक पर बड़े प्रहार के बाद छत्तीसगढ़ से सटी मध्य प्रदेश की सीमा पर भी सर्चिंग अभियान तेज कर दिया गया है. मध्य प्रदेश के बालाघाट में एक दिन पहले पुलिस और नक्सलियों का आमना-सामना हुआ था. इसमें स्पेशल टास्क फोर्स द्वारा की गई फायरिंग से घबराकर नक्सली फरार हो गए. एसटीजी की टीम ने मौके से ग्रेनेड लॉन्चर सहित मैगजीन और 7 राउंड बरामद किए थे. घटना के बाद से ही नक्सलियों की तलाश की जा रही है. इसके लिए ड्रोन की भी मदद ली जा रही है. उधर मध्य प्रदेश के बालाघाट, मंउला और डिंडौरी में पुलिस बल बढ़ाया गया है.
मध्य प्रदेश से बनाया जा रहा दबाव
आमतौर पर नक्सलियों का यह ट्रेंड रहा है कि छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों का दबाव बढ़ने या बड़ी वारदात को अंजाम देने के बाद नक्सली मध्य प्रदेश की सीमा में प्रवेश कर जाते हैं, लेकिन नक्सल विरोधी अभियान के चलते अब दोनों राज्यों द्वारा लगातार ऑपरेशन चलाया जा रहा है. छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन चलाया गया और 31 नक्सलियों को मौत के घाट उतारा दिया गया. हालांकि इस मुठभेड़ में दो सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए. इस ऑपरेशन में भारी मात्रा में अत्याधुनिक हथियारों का जखीरा भी बरामद किया गया है.
वहीं इस बड़े ऑपरेशन के पहले मध्य प्रदेश के बालाघाट में भी एक ऑपरेशन किया गया. बालाघाट जिले के हट्टा थाना इलाके के राजा डेरा केकेडेवाड़ा के जंगलों में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई. घटना उस वक्त हुई जब स्पेशल टॉस्क फोर्स जंगल में सर्चिंग अभियान चला रही थी, तब करीबन 20 नक्सलियों ने जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी. इसके बाद स्पेशल टॉस्क फोर्स की टीम ने नक्सलियों पर जवाबी फायरिंग की.
पुलिस की ताबड़तोड़ फायरिंग से घबराकर नक्सली हथियार और अपना सामान छोड़कर भाग निकले. घटना के बाद पुलिस को मौके से एक ग्रेनेड लांचर, मैग्जीन के अलावा 7 राउंड बरामद हुए हैं. खाने-पीने का सामान भी मौके से मिला है.
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लगातार की जा रही सर्चिंग
बालाघाट एसपी केके बंजारा बताते हैं कि "क्षेत्र में लगातार सर्चिंग ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं. नक्सलियों पर प्रहार करने के लिए नक्सल उन्मूलन में लगी स्पेशल टॉस्क फोर्स की टीम लगातार सर्चिंग कर रही है." गौरतलब है कि देश के गृहमंत्री अमित शाह ने 2026 तक देश को नक्सल मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा है. इसके तहत प्रदेश के बालाघाट, मंडला और डिंडौरी जिलों में पुलिस बल बढ़ाया गया है और नक्सल ऑपरेशन के लिए स्पेशल ट्रेनिंग की जा रही है.