ग्वालियर। जिले से धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. महाराजपुरा पुलिस ने नौसेना में पदस्थ कर्मचारी की शिकायत पर प्रॉपर्टी कारोबारी पर 20 लाख रुपए की धोखाधड़ी करने का मुकदमा दर्ज किया है. प्लॉट बेचने का झांसा देकर एक नेवी कर्मचारी के साथ ठगी हुई है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. इस मामले में फिलहाल आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. घटना महाराजपुरा थाना क्षेत्र के शताब्दीपुरम की है.
प्रॉपर्टी कारोबारी पर लगा ठगी का आरोप: महाराजपुरा सर्किल के सीएसपी रवि भदौरिया ने बताया कि, "शताब्दीपुरम कॉलोनी में रहने वाले अरविंद कुशवाह नौसेना में पदस्थ हैं. उन्होंने रियल एस्टेट कारोबारी राजवीर सिंह से 2 साल पहले मुलाकात की थी और अरविंद कुशवाह ने अच्छी लोकेशन पर एक प्लॉट लेने की इच्छा जताई थी. अरविंद कुशवाह ने राजवीर द्वारा बताए गए एक प्लॉट का सौदा कर लिया था. राजवीर कुशवाह ने इस प्लॉट को अपना बताया था और उनसे तीन किस्तों में 20 लाख रुपए ले लिए थे, लेकिन करीब डेढ साल तक जब राजवीर ने अरविंद कुशवाह के नाम प्लॉट नहीं कराया तो उन्होंने परेशान होकर पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराई."
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ठग की तलाश में जुटी पुलिस: पुलिस ने इस मामले में अरविंद कुशवाह की शिकायत पर राजवीर सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है. अरविंद कुशवाह ने पुलिस को यह भी बताया कि, जब उन्होंने राजवीर सिंह से प्लॉट दिखाने की बात की थी तो उसने झांसा दिया था कि उसके पास कई प्लॉट हैं और उनका वह ओनर है. इसके बाद उन्होंने प्रॉपर्टी कारोबारी राजवीर को प्लॉट खरीदने के लिए 20 लाख रुपए दे दिए, लेकिन प्लॉट की रजिस्ट्री नहीं की. कर्मचारी ने कई बार कारोबारी से रजिस्ट्री करने को कहा था, वह आजकल करने की कहकर टालता रहा. समय जब ज्यादा बीत गया तो कर्मचारी ने रजिस्ट्री करने का दवाब बनाया, जिसपर प्रॉपर्टी कारोबारी रजिस्ट्री करने से साफ मना कर दिया और कर्मचारी को धमकाने लगा. उसने जान से मारने की धमकी भी दी. अपने साथ हुई ठगी का पता चलते ही कर्मचारी थाने पहुंचा और मामले की शिकायत की. पुलिस ने धोखाधड़ी का शिकार हुए कर्मचारी की शिकायत पर मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है.