ग्वालियर। केंद्र सरकार ने लोकसाभा में कृषि एवं किसानों से संबंधित तीन विधेयक पेश किए हैं. जिसका विरोध भी हो रहा है. केंद्र सरकार का कहना है कि ये विधेयक किसानों को उनकी उपज के लिए उचित मूल्य दिलाना सुनिश्चित करेंगे. हालांकि कांग्रेस इन विधेयकों का जमकर विरोध कर रही है. वहीं दो दिवसीय ग्वालियर दौरे पर पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने भी इन विधेयकों का विरोध किया.
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मीडिया से बात करते हुए कहा यह अध्यादेश किसानों के हित में नहीं है. उनका कहना है कि आज केंद्र और राज्य दोनों सरकारें केवल व्यापारियों का फायदा देख रही है. उन्हें किसानों से कोई मतलब नहीं है. कमलनाथ का कहना है केंद्र सरकार के इस फैसले से कृषि क्षेत्र के साथ एक बहुत बड़ा धोखा होगा, खासकर मध्यप्रदेश के किसानों के साथ जो कि कृषि पर ही निर्भर हैं. हम इसका कट्टर विरोध करते हैं.
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बात दें कि शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ग्वालियर चंबल से उपचुनाव का बिगुल फूंक दिया है. इस दौरान उन्होंने केंद्र और राज्य की बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा. ग्वालियर दौरे को लेकर हो रहे विरोध पर उन्होनें कहा कि वे ग्वालियर चंबल क्षेत्र आएंगे, बार-बार आएंगे. इसके साथ ही मंडी संशोधन कानून किसानों के हितों पर कुठाराघात बताया है. कमलनाथ ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार बड़े औद्योगिक घरानों के हितों को ध्यान में रख रही है, जबकि छोटे किसानों की तरफ बिलकुल ध्यान नहीं है. कांग्रेस केंद्र सरकार के इस नए कृषि कानून का विरोध करती है.