ग्वालियर। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले ग्वालियर चंबल अंचल में कांग्रेस की गुटबाजी खुलकर सामने आ गई है और यही कारण है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के सामने कांग्रेसी युवा नेताओं के समर्थकों के बीच जमकर मारपीट हुई. बताया जा रहा है कि कांग्रेसी युवा नेता आपस में भिड़े और उसके बाद जमकर धक्का-मुक्की और गाड़ी गली हुई उसके बाद मामला और बढ़ गया फिर उसके बाद आपस में जमकर उपद्रव हुआ और जिसमें पूर्व मंत्री लाखन सिंह के भतीजे संजय यादव की गाड़ी फोड़ दी. सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को शांत कराया.
यहां से शुरू हुआ विवाद: बुधवार को कांग्रेस के पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ग्वालियर दौरे पर आए थे जैसे ही स्टेशन पर उतरे तो वहां पर मौजूद कांग्रेस के युवा नेता अपने समर्थकों के साथ स्वागत करने के लिए पहुंच गए. बताया जा रहा है कि स्वागत के दौरान युवा नेताओ के बीच विवाद हो गया और उसके बाद स्टेशन से सीधे पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह एक निजी होटल में आ गए. होटल में पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह के साथ पूर्व मंत्री लाखन सिंह यादव और प्रदेश कोषाध्यक्ष अशोक सिंह यादव भी पहुंच गए.
बताया जा रहा है कि जब होटल के कमरे में पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह और पूर्व मंत्री लाखन सिंह यादव और प्रदेश कोषाध्यक्ष अशोक यादव बातचीत कर रहे थे उसी दौरान युवा नेता और पूर्व मंत्री लाखन सिंह के भतीजे संजय यादव सहित उनके समर्थक होटल के बाहर आ गए. वहीं दूसरे युवा नेता के समर्थक वहां पर पहुंच गए, यह सभी समर्थक युवा नेता माटू यादव के थे. दोनों युवा नेताओं के समर्थक होटल के बाहर खड़े हुए थे. उसी दौरान आपस में विवाद शुरू हो गया.
हॉकी स्टिक निकाल लाए समर्थक: सबसे पहले युवा नेता संजय सिंह यादव के समर्थक और दूसरे युवा नेता माटू यादव के समर्थक आपस में गाली गलौज देना शुरू हो गया. होटल के बाहर आपस में दोनों युवा नेताओं के समर्थकों के बीच जमकर गाली-गलौज और मारपीट शुरू हो गई. थोड़ी देर बाद युवा नेता संजय सिंह यादव बीच-बचाव करने के लिए इस झगड़े में कूद पड़े. वहीं दूसरे समर्थकों को रोकने के लिए युवा नेता हेवरन सिंह कंसाना भी मौके पर आ गए. उसके बाद समर्थकों ने अपनी गाड़ियों की हॉकी निकालकर होटल के बाहर रखी युवा नेता संजय सिंह यादव गाड़ी फोड़ दी.
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जयवर्धन सिंह शांत कराया मामला: सूचना मिलने के बाद तत्काल होटल के कमरे में बैठे पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह और पूर्व मंत्री लाखन सिंह यादव, प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक सिंह यादव बाहर निकले और उसके बाद समर्थकों के बीच चल रही लड़ाई को शांत कराया. इस मामले को लेकर पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह का कहना है कि स्वागत के दौरान धक्का-मुक्की हुई थी और इस कारण समर्थकों के बीच यह विवाद बढ़ गया था. उन्होंने कहा है कि अफसोस की बात है जिन से विवाद हुआ है उनको समझाया है लेकिन ऐसा नहीं होना चाहिए था यह पूरी तरह गलत है.