ETV Bharat / state

Cyber Fraud in Gwalior: 12वीं पास लड़कों का कारनामा, Play Boy बनाने के नाम पर बेरोजगारों से ठगे लाखों रुपए

ग्वालियर में प्ले ब्वॉय की नौकरी के नाम (cyber fraud in gwalior) पर लाखों रुपये लूटने वाले तीन लोगों की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों के पास से 18 लाख रुपये की रकम बरामद हुई है. पुलिस मामले की आगे की कार्रवाई में जुट गई है.

gwalior sp
ग्वालियर एसपी
author img

By

Published : Dec 16, 2021, 8:53 AM IST

ग्वालियर। क्राइम ब्रांच पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो बेरोजगार युवकों को प्ले ब्वॉय बनाने (cyber fraud in gwalior) के नाम पर ठगी किया करते थे. पुलिस ने गिरोह के तीन सदस्यों को फर्जी सिम कार्ड, पैन कार्ड, आधार कार्ड, एटीएम, मोबाइल और लैपटॉप के साथ गिरफ्तार किया. गिरोह के सदस्यों से लाखों की ठगी का खुलासा हुआ है.

प्रेस कॉन्फ्रेसं के दौरान ग्वालियर एसपी

छापे केलिए आवेदक बनकर गया ऑफिसर
दरअसल, क्राइम ब्रांच पुलिस को बीते कई दिनों से सूचना मिल रही थी कि शहर में कुछ लोग बेरोजगार युवकों को वेबसाइट के जरिए टारगेट कर रहे हैं. उन्हें प्ले ब्वॉय की नौकरी (play boy job in gwalior) दिलाने के नाम पर उनसे -छोटी रकम वसूल रफूचक्कर हो जाया करते हैं. मामले की सूचना मिलने पर क्राइम ब्रांच पुलिस ने अपनी टीम को एक्टिव किया और बंसी राम मार्केट के फ्लैट नंबर एक में जॉब चाहने हेतु अपनी टीम के एक सदस्य को आवेदक बनाकर भेजा तो मौके से तीन संदिग्ध लोगों को बैठा पाया. जब दबिश देकर उनको दबोचा गया और पूछताछ की तो उन्होंने जो जानकारी पुलिस को दी उसे पुलिस के भी होश फाख्ता हो गए.

2019 से चला रहे थे रैकेट
पकड़े गए बदमाशों ने बताया कि वह फर्जी पैन कार्ड आधार कार्ड बनाने के साथ ही बेरोजगार युवकों को प्ले ब्वॉय की नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी किया करते थे. इसके बदले में वह उनसे रकम वसूलते थे. उस रकम को लेने के बाद आरोपी रफूचक्कर हो जाया करते थे. प्ले ब्वॉय बनने के चक्कर में ठगी का शिकार हुए हैं, यह शिकायत पुलिस तक नहीं कर पाते थे. यही वजह थी कि वह लोग वर्ष 2019 से लगातार इस रैकेट को संचालित कर रहे थे, पकड़े गए बदमाशों में दो आरोपी मुरैना जिले के रहने वाले हैं, तो वहीं एक आरोपी आगरा का रहने वाला है. वह तीनों 12वीं कक्षा तक पढ़े हुए हैं, लेकिन कंप्यूटर की बेहतर नॉलेज को उन्होंने लोगों को ठगने का माध्यम बना लिया.

27 फर्जी खाते बनाए
इतना ही नहीं पकड़े गए तीनों ठगों ने दीपक ट्रेडर्स के नाम से एक फर्जी कंपनी भी खोली, जिसमें 27 फर्जी खाते बनाए गए. बाकायदा उनमें सैलरी अमाउंट का ट्रांजेक्शन भी किया. उनकी योजना थी कि मजबूत ट्रांजेक्शन दिखाकर सभी फर्जी खाता धारियों के नाम पर पर्सनल लोन लेने के बाद उसकी रकम को वह हासिल कर लेंगे. जब तक वह अपने इन मंसूबों में कामयाब होते उससे पहले क्राइम ब्रांच पुलिस ने उन्हें दबोच लिया.

ठगों के खातों से 18 लाख रुपये बरामद
पुलिस ने पकड़े गए तीनों बदमाशों से 30 सिम कार्ड, 56 एटीएम कार्ड, 50 आधार कार्ड, 20 पैन कार्ड, दीपक ट्रेडर्स कंपनी के रजिस्ट्रेशन की प्रिंट कॉपी, दीपक ट्रेडर्स के नाम की एक मोहर, एक इंकपेड, एक तारीख वाली मोहर, 10 कीपैड मोबाइल, चार एंड्राइड मोबाइल और एक एप्पल कंपनी का लैपटॉप मय सिम कार्ड बरामद किया है. वही ठगों के खातों से 18 लाख से अधिक का अमाउंट भी मिला है.

भोपाल में बच्ची का अपहरणः पुलिस ने चार घंटे में दबोचा आरोपी, पूछताछ जारी

पुलिस पकड़े गए बदमाशों (gwalior police arrested accused of cyber fraud) से कड़ी पूछताछ में जुट गई है. पुलिस को ठगों से जिन बैंकों के फर्जी चेक बुक पासबुक बरामद हुए है. उन बैंकों में भी पुलिस पूछताछ शुरू कर रही है. फिलहाल पुलिस ने आरोपियों की विधिवत गिरफ्तारी के साथ आईपीसी की धारा 419, 420, 467, 468 और 471 के तहत मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है.

ग्वालियर। क्राइम ब्रांच पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो बेरोजगार युवकों को प्ले ब्वॉय बनाने (cyber fraud in gwalior) के नाम पर ठगी किया करते थे. पुलिस ने गिरोह के तीन सदस्यों को फर्जी सिम कार्ड, पैन कार्ड, आधार कार्ड, एटीएम, मोबाइल और लैपटॉप के साथ गिरफ्तार किया. गिरोह के सदस्यों से लाखों की ठगी का खुलासा हुआ है.

प्रेस कॉन्फ्रेसं के दौरान ग्वालियर एसपी

छापे केलिए आवेदक बनकर गया ऑफिसर
दरअसल, क्राइम ब्रांच पुलिस को बीते कई दिनों से सूचना मिल रही थी कि शहर में कुछ लोग बेरोजगार युवकों को वेबसाइट के जरिए टारगेट कर रहे हैं. उन्हें प्ले ब्वॉय की नौकरी (play boy job in gwalior) दिलाने के नाम पर उनसे -छोटी रकम वसूल रफूचक्कर हो जाया करते हैं. मामले की सूचना मिलने पर क्राइम ब्रांच पुलिस ने अपनी टीम को एक्टिव किया और बंसी राम मार्केट के फ्लैट नंबर एक में जॉब चाहने हेतु अपनी टीम के एक सदस्य को आवेदक बनाकर भेजा तो मौके से तीन संदिग्ध लोगों को बैठा पाया. जब दबिश देकर उनको दबोचा गया और पूछताछ की तो उन्होंने जो जानकारी पुलिस को दी उसे पुलिस के भी होश फाख्ता हो गए.

2019 से चला रहे थे रैकेट
पकड़े गए बदमाशों ने बताया कि वह फर्जी पैन कार्ड आधार कार्ड बनाने के साथ ही बेरोजगार युवकों को प्ले ब्वॉय की नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी किया करते थे. इसके बदले में वह उनसे रकम वसूलते थे. उस रकम को लेने के बाद आरोपी रफूचक्कर हो जाया करते थे. प्ले ब्वॉय बनने के चक्कर में ठगी का शिकार हुए हैं, यह शिकायत पुलिस तक नहीं कर पाते थे. यही वजह थी कि वह लोग वर्ष 2019 से लगातार इस रैकेट को संचालित कर रहे थे, पकड़े गए बदमाशों में दो आरोपी मुरैना जिले के रहने वाले हैं, तो वहीं एक आरोपी आगरा का रहने वाला है. वह तीनों 12वीं कक्षा तक पढ़े हुए हैं, लेकिन कंप्यूटर की बेहतर नॉलेज को उन्होंने लोगों को ठगने का माध्यम बना लिया.

27 फर्जी खाते बनाए
इतना ही नहीं पकड़े गए तीनों ठगों ने दीपक ट्रेडर्स के नाम से एक फर्जी कंपनी भी खोली, जिसमें 27 फर्जी खाते बनाए गए. बाकायदा उनमें सैलरी अमाउंट का ट्रांजेक्शन भी किया. उनकी योजना थी कि मजबूत ट्रांजेक्शन दिखाकर सभी फर्जी खाता धारियों के नाम पर पर्सनल लोन लेने के बाद उसकी रकम को वह हासिल कर लेंगे. जब तक वह अपने इन मंसूबों में कामयाब होते उससे पहले क्राइम ब्रांच पुलिस ने उन्हें दबोच लिया.

ठगों के खातों से 18 लाख रुपये बरामद
पुलिस ने पकड़े गए तीनों बदमाशों से 30 सिम कार्ड, 56 एटीएम कार्ड, 50 आधार कार्ड, 20 पैन कार्ड, दीपक ट्रेडर्स कंपनी के रजिस्ट्रेशन की प्रिंट कॉपी, दीपक ट्रेडर्स के नाम की एक मोहर, एक इंकपेड, एक तारीख वाली मोहर, 10 कीपैड मोबाइल, चार एंड्राइड मोबाइल और एक एप्पल कंपनी का लैपटॉप मय सिम कार्ड बरामद किया है. वही ठगों के खातों से 18 लाख से अधिक का अमाउंट भी मिला है.

भोपाल में बच्ची का अपहरणः पुलिस ने चार घंटे में दबोचा आरोपी, पूछताछ जारी

पुलिस पकड़े गए बदमाशों (gwalior police arrested accused of cyber fraud) से कड़ी पूछताछ में जुट गई है. पुलिस को ठगों से जिन बैंकों के फर्जी चेक बुक पासबुक बरामद हुए है. उन बैंकों में भी पुलिस पूछताछ शुरू कर रही है. फिलहाल पुलिस ने आरोपियों की विधिवत गिरफ्तारी के साथ आईपीसी की धारा 419, 420, 467, 468 और 471 के तहत मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.