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नकल पर रोकथाम के लिए शिक्षा मंडल की तैयारी, परीक्षा की होगी वीडियोग्राफी - Divisional Officer RP Bahria

ग्वालियर चंबल संभाग शुरू से ही नकल के लिए बदनाम रहा है. यहां पर नकल माफिया अपने दम पर परीक्षा सेंटरों पर खुलेआम नकल कराते हैं, लेकिन इस बार एमपी बोर्ड और प्रशासन की सख्ती के चलते नकल पर लगाम लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं.

Board of Education prepares to curb copying
परीक्षाओं में नकल पर रोक लगाने के लिए शिक्षा मंडल की तैयारी
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Published : Feb 6, 2020, 1:41 PM IST

ग्वालियर। परीक्षाओं में नकल करवाने के लिए ग्वालियर जिला हमेशा से बदनाम रहा है. नकल करने वालों पर सख्ती बरतने के लिए 50 फीसदी यानि 92 में से 47 परीक्षा केंद्रों को संवेदनशील और अतिसंवेदनशील श्रेणी में रखा गया है. माध्यमिक शिक्षा मंडल परीक्षा केंद्रों पर नकल रोकने के लिए वीडियोग्राफी का इंतजाम करेगी, जिसके लिए 4 लाख की राशि स्वीकृत की गई है.

नकल पर रोक लगाने के लिए शिक्षा मंडल की तैयारी

मंडल के संभागीय अधिकारी आरपी बहेरिया का कहना है कि राशि पिछले साल की तुलना में दोगुनी की गई है. इतनी ही राशि मुरैना और भिंड जिले को दी गई है. ग्वालियर अंचल के 480 परीक्षा केंद्रों पर 2 लाख 92 हजार छात्र परीक्षा में शामिल होंगे. परीक्षा के दौरान पुलिस के अलावा स्पेशल पर्यवेक्षक भी तैनात होंगे.

ग्वालियर। परीक्षाओं में नकल करवाने के लिए ग्वालियर जिला हमेशा से बदनाम रहा है. नकल करने वालों पर सख्ती बरतने के लिए 50 फीसदी यानि 92 में से 47 परीक्षा केंद्रों को संवेदनशील और अतिसंवेदनशील श्रेणी में रखा गया है. माध्यमिक शिक्षा मंडल परीक्षा केंद्रों पर नकल रोकने के लिए वीडियोग्राफी का इंतजाम करेगी, जिसके लिए 4 लाख की राशि स्वीकृत की गई है.

नकल पर रोक लगाने के लिए शिक्षा मंडल की तैयारी

मंडल के संभागीय अधिकारी आरपी बहेरिया का कहना है कि राशि पिछले साल की तुलना में दोगुनी की गई है. इतनी ही राशि मुरैना और भिंड जिले को दी गई है. ग्वालियर अंचल के 480 परीक्षा केंद्रों पर 2 लाख 92 हजार छात्र परीक्षा में शामिल होंगे. परीक्षा के दौरान पुलिस के अलावा स्पेशल पर्यवेक्षक भी तैनात होंगे.

Intro:ग्वालियर- परीक्षा में नकल के लिए बदनाम ग्वालियर चंबल संभाग में नकल माफिया पर सख्ती के लिए ग्वालियर में 50 फ़ीसदी यानी 92 से 47 परीक्षा केंद्रों को संवेदनशील और अतिसंवेदनशील श्रेणी में रखा गया है। पहली बार माध्यमिक शिक्षा मंडल ग्वालियर में नकल रोकने के लिए चार हजार सिर्फ परीक्षा के दौरान वीडियोग्राफी के लिए खर्च कर रहा है। मंडल के संभागीय अधिकारी का कहना है कि राशि पिछले वर्ष की तुलना में दोगुनी की गई है इतना ही पैसा मुरैना और भिंड जिले को दिया गया है। अंचल के 480 परीक्षा केंद्रों पर इस बार 2 लाख 92 हजार छात्र परीक्षा में शामिल होंगे।


Body:इस बार इसमें से 229 केंद्र खास निगरानी में रहेंगे। यहां पर पुलिस के अलावा स्पेशल पर्यवेक्षक भी तैनात होंगे जो कि परीक्षा प्रारंभ होने से आधे घंटे पहले पहुंचकर कॉपी जमा होने तक वहां मौजूद रहेंगे। अगर बात गवालियर को लेकर करें तो जिले में 92 में से 33 संवेदनशील और 12 अति संवेदनशील केंद्र माने गए हैं। इनमें अधिकतर हुए केंद्र शामिल हैं जिनमें प्राइवेट स्कूलों के छात्र परीक्षा देंगे। नकल रोकने के लिए मंडल ने यहां पर तलाशी के अलावा कलेक्टर को धारा 144 लगाने की भी छूट दी है। ताकि परीक्षा केंद्र के आसपास जमा ना हो सके। सामूहिक नकल रोकने के लिए भी माध्यमिक शिक्षा मंडल विशेष तैयारी करने में जुटा हुआ है। बता दे ग्वालियर चंबल अंचल शुरू से ही नकल के लिए बदनाम रहा है यहां पर नकल माफिया अपने दम पर परीक्षा सेंटरों पर खुलेआम नकल कराते हैं।लेकिन इस बार एमपी बोर्ड और प्रशासन की सख्ती के चलते नकल पर कितना लगाम लगेगा यह आने वाला वक्त बताएगा।


Conclusion:बाइट - आरपी बहेरिया , संभागीय अधिकारी एमपी बोर्ड
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