ग्वालियर। नकली प्लाज्मा (Fake plasma) के बाद ब्लड बेचने का मामला सामने आया है. ग्वालियर की जेएएच ब्लड बैंक में ब्लड बेचने आए 3 दलालों को ब्लड बैंक कर्मचारियों ने पकड़ लिया. यह तीनों दलाल युवक मरीजों के परिजनों से डील करके उनके रिश्तेदार बन कर ब्लड निकवाते थे. उसके बाद मरीज के परिजनों से इसके लिए पैसे लेते थे.
यह तीनों युवक जेएएच अस्पताल के ब्लड बैंक पर अपना ब्लड बेचने के लिए आये थे. जब ब्लड बैंक के कर्मचारी को संदेह हुआ तो उन्होंने पूछताछ की उसके बाद इस मामले का खुलासा हुआ.
पकड़े गये यह तीनों आरोपी नशे के लिए अपना ब्लड बेचते थे. फिलहाल इन तीनों आरोपियों को कंपू पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है
इन तीनों युवकों ने बताया है किया मरीज के परिजनों से मिलकर 2 हजार में ब्लड बेचते हैं. यह तीनों लड़के नशे के बहुत आदी है और अपना ब्लड बेचकर उन पैसों से नशा करते हैं. पकड़े गए तीनों आरोपियों का नाम रवि श्रीवास, नीरज और दिलीप किरार है.
गौरतलब है कि एक सप्ताह पहले ग्वालियर में नकली प्लाज्मा बेचने का खुलासा हुआ था. इसके बाद जिला प्रशासन उन लोगों पर नजर बनाए रखा है जो नकली प्लाज्मा और नकली ब्लड लोगों को सप्लाई करते हैं.
नकली प्लाज्मा में बेचने वाला मुख्य मास्टरमाइंड अजय शंकर त्यागी पकड़ा है, जो पिछले 2 सालों से नकली ब्लड बेचने का काम भी करता था. अगर पुलिस इन आरोपियों से सख्ती से पूछताछ और जांच करेगी तो कई खुलासे सामने आ सकते हैं.