गुना। कलेक्टर कार्यालय में ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त करने के लिए जब खुदाई की गई तो ठेकेदार की बड़ी लापरवाही देखने को मिली. 20.40 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित कलेक्टर कार्यालय की हालत देखकर हर कोई हैरान है. कार्यालय के अंदर ड्रेनेज सिस्टम को ठीक करने के लिए टाइल्स को हटाकर जब कटर से खुदाई की गई तो ये देखकर हैरानी हुई कि बिल्डिंग के फाउंडेशन में मलबे का भराव ही नहीं किया गया था. शहरवासियों का कहना है कि जब कलेक्टर कार्यालय बनाने के दौरान ऐसी लापरवाही की गई तो सरकारी कामकाज का अंदाजा लगाया जा सकता है.
फाउंडेशन में नहीं किया भराव : कलेक्टर कार्यालय के अंदर खुदाई के दौरान देखा गया कि केवल सरियों के जाल पर बीम के ऊपर बिल्डिंग खड़ी कर दी गई. जबकि फाउंडेशन में मलबे के भराव जरूरी होता है. कलेक्टर कार्यालय का निर्माण वर्ष 2017 में किया गया था. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कलेक्टर कार्यालय का उद्घाटन किया था. कलेक्टर कार्यालय के नक्शे से लेकर तकनीकी व्यवस्थाएं भी सवालों के घेरे में हैं. लिफ्ट बंद पड़ी हुई है. सेंट्रल एयरकंडीशनर के लिए बनाए गए डोम के परखच्चे उड़ चुके हैं.
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बारिश के मौसम में हर जगह रिसाव : बारिश के मौसम में कार्यालय के ज्यादातर कक्ष और गैलरियों में पानी का रिसाव होता है. कलेक्टर कार्यालय की बिल्डिंग का जब निर्माण हुआ था, उस वक्त बिल्डिंग का मध्यप्रदेश का सबसे खूबसूरत कलेक्ट्रेट भवन बनाने की आधारशिला रखी गई थी, लेकिन ठेकेदार ने लापरवाहीपूर्वक निर्माण कार्य करते हुए कमियां छोड़ दीं. यही कमियां अब दिक्कत बनकर सामने खड़ी हो गई हैं. कलेक्टर द्वारा इस मामले में संबंधित एजेंसी को नोटिस भी जारी किया गया है. कलेक्टर कार्यालय में विभागों को जो कक्ष आवंटित किये गए हैं, वे भी स्थान चयन को लेकर खुश नहीं हैं. कलेक्टर कक्ष प्रथम तल पर है तो विभाग भूतल पर बने हुए हैं.