गुना। एसपी राहुल लोढ़ा अपराध अनुसंधान के साथ ही पुलिस महकमे को अपडेट रखने के लिए लगातार बदलाव कर रहे हैं. आरोपियों की धरपकड़ कराने के बाद अब एसपी ने ब्रिटिश हुकुमत के वक्त चलने वाली साप्ताहिक डायरी का नया पैटर्न शुरू किया है. जिसके तहत अपराधों का अनुंसधान करने वाले पुलिस अधिकारी को अपने पास एक डायरी रखनी होगी, इस डायरी में उन्हें हफ्ते भर के अपराधों में क्या-क्या काम किया गया, इसका पूरा बहीखाता दर्ज करना होगा.
वहीं डायरी की मॉनटरिंग का काम थाना प्रभारियों को सौंपा गया है, जो प्रत्येक सोमवार को डायरी में दर्ज अपराधों का आंकलन करने के बाद इसकी जांच रिपोर्ट एसपी को सौपेंगे.
विभागीय काम में तेजी लाने अपनाया फार्मूला
एसपी ने यह फार्मूला अपराधों में रोकथाम करने के साथ ही विभागीय कामों में गति लाने के मकसद से अपनाया है. उनका कहना है कि आने वाले समय में सकारात्मक नतीजे भी देखने को मिलेंगे, अभी तक अपराधों की समीक्षा रिपोर्ट क्राइम मीटिंग में ही सामने आती थी, लेकिन साप्ताहिक डायरी के जरिए गुमशुदगी, हिस्ट्रीशिटर, आदतन अपराधी, चोरी, लूट, डकैती, हत्या सहित दूसरे अन्य अपराधों की समीक्षा हर हफ्ते कर सकेंगे.
जांच प्रतिवेदन की भी होगी जांच
वहीं विवेचक अपने मन मुताबिक स्टेटस रिपोर्ट डायरी में दर्ज नहीं कर सकते हैं .हफ्तेभर के काम की सारी जानकारी और हकीकत डायरी में दर्ज करनी होगें, क्योंकि जांच प्रतिवेदन पहुंचने के बाद एसपी खुद सप्ताह भर के कामों का फीडबेक और फॉलोअप लेने के साथ ही उसकी जांच भी करेंगे.