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मिड डे मील में गड़बड़ी का मामला, बीआरसी ने लगाई स्व सहायता समूह को फटकार - छात्र-छात्राएं

डिंडौरी में शहपुरा के अंतर्गत आने वाले कई स्कूलों में मध्यान्ह भोजन में गड़बड़ी की जा रही है जिसको लेकर बीआरसी ने स्वसहायता समूह को फटकार लगाई है.

बच्चो को नहीं मिलता तय मीनू अनुसार भोजन
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Published : Sep 29, 2019, 10:41 AM IST

Updated : Sep 29, 2019, 1:15 PM IST

डिंडौरी। जिले के जनपद पंचायत शहपुरा के अंतर्गत आने वाले कई स्कूलों में मध्यान्ह भोजन में गड़बड़ी की जा रही है. भोजन के नाम पर शासन के लाखों रुपए हर महीने खर्च हो रहे हैं, इसके बाद भी विद्यार्थियों को मेन्यू अनुसार भोजन नहीं मिल पा रहा है.


स्वसहायता समूहों के माध्यम से भोजन का वितरण किया जा रहा है जिसमें अनियमितता की बातें सामने आ रही हैं. वहीं कुछ विद्यालयों में खिचड़ी, दाल का पानी एवं चावल देकर औपचारिकता पूरी की जा रही है. क्षेत्र के अधिकांश विद्यालय में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति अधिक दिखाकर स्व-सहायता समूह संबंधित विभाग से अधिक पैसा व खाद्यान्न प्राप्त कर लेते हैं, जिसके बाद कागजों में उनको उपयोगिता प्रमाण पत्र भी मिल जाता है

मिड डे मील में गड़बड़ी का मामला


ताजा मामला नगर के जनपद पूर्व माध्यमिक शाला का है जहां पर तय मेन्यू के अनुसार भोजन नहीं दिया जा रहा था. शिकायत मिलने पर बीआरसी मौके पर पहुंची और उन्होंने तय मीनू के अनुसार भोजन नहीं पाया यहां जानकी रमण शैक्षणिक समिति के स्वसहायता समूह द्वारा नगर के 13 स्कूलों में मध्यान्ह भोजन दिया जाता है, जिसमें 1100 से अधिक बच्चों को भोजन दिया जाता है मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने गड़बड़ी देखी और स्व सहयता समूह द्वारा बनाए गये भोजन में कई खामियां भी पाईं गई, जिस पर बीआरसी भड़क गये और उन्होंने कहा कि इस तरह की गड़बड़ियां पाई गई तो स्व सहायता समूह को बन्द कर दिया जाएगा.

विकासखंड स्रोत समन्वयक जीपी साहू का कहना है कि मध्याह्न भोजन योजना में गड़बड़ी हो रही है, यह बात सही है उन्होंने कहा समय-समय पर मॉनिटरिंग भी होती है फिर भी यदि इन क्षेत्रों में स्व सहायता समूह गड़बड़ी कर रही हैं तो सुधरेगी व्यवस्था.

डिंडौरी। जिले के जनपद पंचायत शहपुरा के अंतर्गत आने वाले कई स्कूलों में मध्यान्ह भोजन में गड़बड़ी की जा रही है. भोजन के नाम पर शासन के लाखों रुपए हर महीने खर्च हो रहे हैं, इसके बाद भी विद्यार्थियों को मेन्यू अनुसार भोजन नहीं मिल पा रहा है.


स्वसहायता समूहों के माध्यम से भोजन का वितरण किया जा रहा है जिसमें अनियमितता की बातें सामने आ रही हैं. वहीं कुछ विद्यालयों में खिचड़ी, दाल का पानी एवं चावल देकर औपचारिकता पूरी की जा रही है. क्षेत्र के अधिकांश विद्यालय में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति अधिक दिखाकर स्व-सहायता समूह संबंधित विभाग से अधिक पैसा व खाद्यान्न प्राप्त कर लेते हैं, जिसके बाद कागजों में उनको उपयोगिता प्रमाण पत्र भी मिल जाता है

मिड डे मील में गड़बड़ी का मामला


ताजा मामला नगर के जनपद पूर्व माध्यमिक शाला का है जहां पर तय मेन्यू के अनुसार भोजन नहीं दिया जा रहा था. शिकायत मिलने पर बीआरसी मौके पर पहुंची और उन्होंने तय मीनू के अनुसार भोजन नहीं पाया यहां जानकी रमण शैक्षणिक समिति के स्वसहायता समूह द्वारा नगर के 13 स्कूलों में मध्यान्ह भोजन दिया जाता है, जिसमें 1100 से अधिक बच्चों को भोजन दिया जाता है मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने गड़बड़ी देखी और स्व सहयता समूह द्वारा बनाए गये भोजन में कई खामियां भी पाईं गई, जिस पर बीआरसी भड़क गये और उन्होंने कहा कि इस तरह की गड़बड़ियां पाई गई तो स्व सहायता समूह को बन्द कर दिया जाएगा.

विकासखंड स्रोत समन्वयक जीपी साहू का कहना है कि मध्याह्न भोजन योजना में गड़बड़ी हो रही है, यह बात सही है उन्होंने कहा समय-समय पर मॉनिटरिंग भी होती है फिर भी यदि इन क्षेत्रों में स्व सहायता समूह गड़बड़ी कर रही हैं तो सुधरेगी व्यवस्था.

Intro:डिंडोरी जिले के जनपद पंचायत शहपुरा के अंतर्गत आने वाले कई स्कूलों में मध्यान्ह भोजन में गड़बड़ी की जा रही है। भोजन के नाम पर शासन के लाखों रुपए हर माह खर्च हो रहे हैं। इसके बावजूद विद्यार्थियों को मीनू अनुसार भोजन नहीं मिल पा रहा है।Body:जनपद पंचायत शहपुरा के अंतर्गत आने वाले कई स्कूलों में मध्यान्ह भोजन में गड़बड़ी की जा रही है। भोजन के नाम पर शासन के लाखों रुपए हर माह खर्च हो रहे हैं। इसके बावजूद विद्यार्थियों को मीनू अनुसार भोजन नहीं मिल पा रहा है।


स्वसहायता समूहों के माध्यम से भोजन का वितरण किया जा रहा है जिसमें अनियमितता की बातें सामने आ रही हैं। आसपास के अन्य क्षेत्रों के विद्यालयों में स्वसहायता समूहों द्वारा मध्याह्न भोजन में गड़बड़ी की जा रही है। इन स्कूलों में मीनू अनुसार भोजन नहीं दिया जा रहा है। इसके अलावा कुछ विद्यालयों में खिचड़ी, दाल का पानी एवं चावल देकर औपचारिकता पूरी की जा रही है।


लेते अधिक खाद्यान्न

सूत्रों के मुताबिक क्षेत्र के अधिकांश विद्यालय में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति अधिक दिखाकर स्व सहायता समूह संबंधित विभाग से अधिक पैसा व खाद्यान्न प्राप्त कर लेते हैं। इसके बाद कागजों में उनको उपयोगिता प्रमाण पत्र भी मिल जाता है।

ताजा मामला नगर के जनपद पूर्व माध्यमिक शाला का है जहां पर तय मीनू के अनुसार भोजन नहीं दिया जा रहा था । शिकायत मिलने पर बीआरसी मौके पर पहुंचे और उन्होने तय मीनू के अनुसार भोजन नहीं पाया । यहां जानकी रमण शैक्षणिक समिति के स्वसहायता समूह द्वारा नगर के 13 स्कूलों में मध्यान्ह भोजन दिया जाता है । जिसमें 1100 से अधिक बच्चों को भोजन दिया जाता है । मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने गड़बड़ी पर इस समिति के स्व सहयता समूह द्वारा बनाए गये भोजन पर कई खामियां भी पाईं । जिस पर बीआरसी भड़क गये और उन्होने कहा कि इस तरह की गड़बड़ियां पाई गई तो इस स्व सहायता समूह को बन्द कर दिया जाएगा ।

सुधरेगी व्यवस्था

विकासखंड स्रोत समन्वयक जीपी साहू का कहना है कि मध्याह्न भोजन योजना में गड़बड़ी हो रही है यह बात सही है। समय-समय पर मॉनीटरिंग भी होती है फिर भी यदि इन क्षेत्रों में स्व सहायता समूह गड़बड़ी कर रहे हैं तो वहां पर जांच कराकर व्यवस्था में सुधार कराएंगे।

बाइट- जीपी साहू, बीआरसी, शहपुरा
बाइट- श्रीराम साहू, प्रधानाध्यापक, जनपद पूर्व माध्यमिक शाला शहपुरा Conclusion:शहपुरा में जानकी रमण शैक्षणिक समिति के स्वसहायता समूह द्वारा नगर के 13 स्कूलों में मध्यान्ह भोजन दिया जाता है । जिसमें 1100 से अधिक बच्चों को भोजन दिया जाता है । मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने गड़बड़ी पर इस समिति के स्व सहयता समूह द्वारा बनाए गये भोजन पर कई खामियां भी पाईं । जिस पर बीआरसी भड़क गये और उन्होने कहा कि इस तरह की गड़बड़ियां पाई गई तो इस स्व सहायता समूह को बन्द कर दिया जाएगा ।
Last Updated : Sep 29, 2019, 1:15 PM IST
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