गुना: मध्य प्रदेश में एक बार फिर बच्चे के बोरवेल में गिरने की घटना सामने आई है. गुना जिले के राघौगढ़ विधानसभा क्षेत्र स्थित पिपल्या गांव में 10 वर्षीय का सुमित 45 फीट गहरे बोरवेल में गिर गया था, जो 39 फीट की गहराई में फंसा हुआ है. सुमित को बचाने के लिए प्रशासन लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चला रहा है. वहीं पाइप के जरिए ऑक्सीजन पहुंचाई जा रही है. बता दें शनिवार शाम को सुमित बोरवेल में गिरा था.
पाइप के जरिए सुमित को पहुंचाई जा रही ऑक्सीन
बताया जा रहा है कि, रविवार सुबह लगभग 4 बजे तक बचाव दल बोरवेल के समानांतर गड्ढा खोद चुका है. जिसके बाद अब बोरवेल से लेकर समानांतर किए गए गड्ढे में टनल बनाने का काम हाथों से किया जा रहा है. जिसमें कुछ और वक्त लग सकता है. इसके साथ ही पाइप के जरिए सुमित को ऑक्सीजन पहुंचाने का काम किया जा रहा है. मौके पर जिला प्रशासन सहित एसडीआरएफ की टीम मौजूद है. जो सुमित को बचाने का लगातार हरसंभव प्रयास कर रही है.
पतंग उड़ाते वक्त बोरवेल में गिरा सुमित
आपको बता दें शनिवार शाम को राघौगढ़ के पिपल्या गांव में पतंग उड़ाते वक्त खुले पड़े बोरवेल में सुमित गिर गया था. जैसे ही बच्चे के बोरवेल में गिरने की सूचना मिली, प्रशासन तुरंत मौके पर पहुंचा. पोकलेन और जेसीबी मशीन के जरिए गड्ढा कर बच्चे को बचाने का प्रयास किया जा रहा है. शनिवार शाम से टीम सुमित को बचाने की जद्दोजहद में जुटी हुई है.
Live update: #गुना जिले के ग्राम पीपल्या में बोरवेल में गिरे 10 वर्षीय बच्चे को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू कार्य जारी है। बचाव दल द्वारा 30 फीट से अधिक की खुदाई का कार्य पूरा किया जा चुका है।
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भोपाल से #एनडीआरएफ की टीम भी पहुंच चुकी है और रेस्क्यू का कार्य भी प्रारंभ कर दिया है। 2/2
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मौके पर एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम मौजूद है. वहीं जानकारी मिलने के बाद क्षेत्रीय विधायक जयवर्धन सिंह भी शनिवार रात घटनास्थल पर पहुंचे.
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पहले भी हो चुके हैं ऐसे हादसे
गौरतलब है कि सरकार और प्रशासन की समझाइश और चेतावनी के बाद भी बोरवेल हादसे थमने के नाम नहीं ले रहे हैं. मध्य प्रदेश में बोरवेल में बच्चों के गिरने की खबर आए दिन सामने आती है. इससे पहले 29 जुलाई को सिंगरौली जिले के बरगवां थाना क्षेत्र के कसर गांव में 3 साल की मासूम बोरवेल में गिर गई थी. 5 घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद भी सौम्या को नहीं बचाया जा सका था. इसके अलावा अप्रैल 2024 में रीवा में 6 साल का मयंक बोरवेल में गिर गया था. 46 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद मयंक जिंदगी की जंग हार गया था. इसी तरह कई और मामले सामने आ चुके हैं.