ETV Bharat / state

पैसों के लालच में सरकारी शिक्षक ने लगाया इंजेक्शन, 7 साल के मासूम की मौत - negligence of doctor

सरकारी शिक्षक ने एक बालक का इलाज किया, जिसके बाद उसकी मौत हो गई. परिजनों ने पेशे से शिक्षक और झोलाछाप डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया है.

7 साल के मासूम की मौत
author img

By

Published : Sep 23, 2019, 12:51 PM IST

डिंडौरी। एक झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही से 7 साल के लड़के की मौत हो गई. घटना के बाद परिजनों ने इलाज करने वाले सनावल सिंह पर लापरवाही का आरोप लगाया है. सनावल सिंह के पास डॉक्टरी की कोई डिग्री नहीं है, वह पेशे से शिक्षक है और टिकमी टोला प्राथमिक शाला में प्रधानाध्यापक के तौर पर पदस्थ है.

मृतक के परिजनों ने बताया कि सनावल सिंह मास्टरी के अलावा अपने घर में मरीजों का इलाज करता है. आसपास के लोग उसके पास इलाज कराने जाते हैं. लापरवाही का ये मामला गाड़ासरई थाना क्षेत्र के कनकधारा गांव का है, जहां 7 वर्षीय अनुज नामक लड़के की तबियत खराब होने के बाद जब उसे प्रधानाध्यापक सनावल सिंह के घर ले जाया गया और इलाज के बाद जब उसे परिजन वापस घर लाए तो उसकी मौत हो गई.

7 साल के मासूम की मौत

अनुज का इलाज करने के एवज में प्रधानाध्यापक सनावल सिंह ने परिजनों से 100 रूपये भी लिये थे. सरकारी स्कूल में प्रधानाध्यापक के पद पर पदस्थ सनावल सिंह को हर महीने करीब 35 हजार रूपये वेतन मिलता है. इसके बावजूद पैसे के लालच में वह बिना डिग्री के लोगों का इलाज कर उनकी जान से खिलवाड़ कर रहा है.

घटना के बाद परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने शिक्षक के घर से कुछ दवाइयां जब्त कर मामले की जांच शुरू कर दी है, जबकि सनावल सिंह फिलहाल फरार चल रहा है. जब इस मामले में सनावल सिंह से बात करनी चाही तो वे कैमरे के सामने कुछ भी कहने से बचते नजर आ रहे हैं.

डिंडौरी। एक झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही से 7 साल के लड़के की मौत हो गई. घटना के बाद परिजनों ने इलाज करने वाले सनावल सिंह पर लापरवाही का आरोप लगाया है. सनावल सिंह के पास डॉक्टरी की कोई डिग्री नहीं है, वह पेशे से शिक्षक है और टिकमी टोला प्राथमिक शाला में प्रधानाध्यापक के तौर पर पदस्थ है.

मृतक के परिजनों ने बताया कि सनावल सिंह मास्टरी के अलावा अपने घर में मरीजों का इलाज करता है. आसपास के लोग उसके पास इलाज कराने जाते हैं. लापरवाही का ये मामला गाड़ासरई थाना क्षेत्र के कनकधारा गांव का है, जहां 7 वर्षीय अनुज नामक लड़के की तबियत खराब होने के बाद जब उसे प्रधानाध्यापक सनावल सिंह के घर ले जाया गया और इलाज के बाद जब उसे परिजन वापस घर लाए तो उसकी मौत हो गई.

7 साल के मासूम की मौत

अनुज का इलाज करने के एवज में प्रधानाध्यापक सनावल सिंह ने परिजनों से 100 रूपये भी लिये थे. सरकारी स्कूल में प्रधानाध्यापक के पद पर पदस्थ सनावल सिंह को हर महीने करीब 35 हजार रूपये वेतन मिलता है. इसके बावजूद पैसे के लालच में वह बिना डिग्री के लोगों का इलाज कर उनकी जान से खिलवाड़ कर रहा है.

घटना के बाद परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने शिक्षक के घर से कुछ दवाइयां जब्त कर मामले की जांच शुरू कर दी है, जबकि सनावल सिंह फिलहाल फरार चल रहा है. जब इस मामले में सनावल सिंह से बात करनी चाही तो वे कैमरे के सामने कुछ भी कहने से बचते नजर आ रहे हैं.

Intro:डिंडौरी जिले में शिक्षक के गलत इलाज से 7 वर्षीय लड़के की मौत का अजीबोगरीब मामला सामने आया है। परिजनों ने शिक्षक पर इलाज में लापरवाही करने का आरोप लगाते हुये पुलिस में शिकायत दर्ज़ कराई है ।
वहीं पुलिस मामले को गंभीरता से लेते हुये मामले की जांच में जुट गई है। Body:डिंडौरी जिले में शिक्षक के गलत इलाज से 7 वर्षीय लड़के की मौत का अजीबोगरीब मामला सामने आया है। परिजनों ने शिक्षक पर इलाज में लापरवाही करने का आरोप लगाते हुये पुलिस में शिकायत दर्ज़ कराई है ।
वहीं पुलिस मामले को गंभीरता से लेते हुये मामले की जांच में जुट गई है।
बताया जाता है कि प्राथमिक शाला टिमकी टोला में पदस्थ प्रधानपाठक सनावल सिंह स्कूल में पढ़ाने के अलावा रूपये कमाने के लिये गांव में बीमारों का इलाज करने का धंधा भी करता है।
मामला गाड़ासरई थाना के कनकधारा गांव का है जहां 7 वर्षीय अनुज नामक बालक की तबियत ख़राब होने पर परिजन उसे इलाज के लिये प्रधानपाठक सनावल सिंह के घर ले गये थे,परिजनों का आरोप है कि सनावल सिंह ने उसे इंजेक्शन लगाया जिसके बाद अनुज की तबियत और बिगड़ गई उसके चेहरे में सूजन आने के साथ पूरा शरीर काला पड़ने लगा और दर्द से तड़प तड़पकर उसने दम तोड़ दिया। अनुज का इलाज करने के एवज में प्रधानपाठक सनावल सिंह ने परिजनों से 100 रूपये भी लिये थे। हैरत की बात तो यह है कि सरकारी स्कूल में प्रधानपाठक के पद पर पदस्थ सनावल सिंह को हर महीने करीब 35 हजार रूपये तनख्वाह मिलता है ।बावजूद इसके रूपये कमाने के लिये बिना डिग्री के शिक्षक महोदय झोलाछाप डॉक्टर के रूप में इलाज के नाम पर लोगों की सेहत व जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। जब हमने इस मामले में प्रधानपाठक सनावल से बात करनी चाही तो कैमरे के सामने कुछ भी कहने से बचते नजर आ रहे हैं बहरहाल परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी शिक्षक के घर से कुछ दवाइयां जब्त कर मामले की जांच में जुट गई है। वहीं आरोपी अभी फरार है ।

Byte 1 - बिंदु बनवासी,मृतक की मां
Byte 2 - शिव कुमार सिंह, एएसपी Conclusion:गाड़ासरई थाना के कनकधारा गांव का है जहां 7 वर्षीय अनुज नामक बालक की तबियत ख़राब होने पर परिजन उसे इलाज के लिये प्रधानपाठक सनावल सिंह के घर ले गये थे,परिजनों का आरोप है कि सनावल सिंह ने उसे इंजेक्शन लगाया जिसके बाद अनुज की तबियत और बिगड़ गई उसके चेहरे में सूजन आने के साथ पूरा शरीर काला पड़ने लगा और दर्द से तड़प तड़पकर उसने दम तोड़ दिया।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.