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नैसर्गिक सुंदरता के साथ स्वच्छ मांडू का क्या है राज, पढ़ें पूरी खबर

मांडू की नैसर्गिक सुंदरता की जितनी तारीफ पर्यटक करते हैं, उतनी ही तारीफ यहां की स्वच्छता को लेकर भी करते हैं. इस तारीफ के लिए मांडू नगर परिषद कड़ी मेहनत करता है.

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नैसर्गिक सुंदरता के साथ स्वच्छ मांडू
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Published : Sep 29, 2020, 2:53 PM IST

Updated : Sep 29, 2020, 3:08 PM IST

धार। मध्यप्रदेश की पर्यटन नगरी मांडू अपनी नैसर्गिक सुंदरता के साथ-साथ पौराणिक धरोहरों के लिए देश-विदेश में जानी जाती है. इसी के चलते मांडू में बड़ी संख्या में देशी पर्यटकों के साथ विदेशी सैलानी भी आते हैं. विंध्य की पहाड़ियों पर जमीन से करीब दो हजार फीट ऊंचाई पर बसी मध्यप्रदेश की ऐतिहासिक नगरी मांडू को सिटी ऑफ जॉय' के नाम से भी जाना जाता है. मांडू आने वाले पर्यटक जितनी तारीफ मांडू की नैसर्गिक और प्राकृतिक सुंदरता की करते हैं, उतनी ही तारीफ स्वच्छता को लेकर भी करते हैं. इस तारीफ को हासिल करने के लिए मांडू नगर परिषद कड़ी मेहनत करती है.

नैसर्गिक सुंदरता के साथ स्वच्छ मांडू

वेस्ट मैनेजमेंट प्रोग्राम

मांडू को स्वच्छ बनाए रखने के लिए मांडू नगर परिषद बेहतर वेस्ट मैनेजमेंट प्रोग्राम संचालित करता है. मांडू नगर परिषद की स्वछता टीम रोजाना दिन में 2 बार पूरे मांडू नगर पालिका की साफ-सफाई व्यवस्था को लेकर काम करती है. सुबह और शाम को मांडू को स्वच्छ और साफ सुथरा बनाए रखने के लिए पूरे नगर में झाड़ू लगाई जाती है और निकलने वाले कचरे को इकट्ठा कर कचरा वाहन के द्वारा एकत्रित किया जाता है. उसके बाद उस एकत्रित कचरे को ट्रेंचिंग ग्राउंड पर जमा किया जाता है, जिसके बाद उसमें से खाद बनाने वाले कचरे को अलग कर उससे कंपोस्ट बनाई जाती है.

बचे को हुए प्लास्टिक और दूसरे कचरे के निपटारे के लिए मांडू नगर परिषद मनावर स्थित सीमेंट फैक्ट्री में भेज देती है. जिससे उस कचरे का निपटारा हो सके. इस तरह मांडू को स्वस्छ एवं सुंदर बनाए रखने के लिए मांडू नगर परिषद कड़ी मेहनत करती है. जिससे मांडू आने वाले पर्यटक मांडू की नैसर्गिक सुरंदरता के साथ-साथ यहां की स्वच्छता को भी पसंद करते हैं.

ये भी पढ़े- कभी कोहरा तो कभी रिमझिम फुहार, पर्यटकों का मन मोह रहा हरियाली में लिपटा मांडू

स्वच्छता ही हमारी पहचान

मांडू नगर परिषद द्वारा वेस्ट मैनेजमेंट के लिए संचालित प्रोग्राम की तारीफ स्थानीय लोगों के द्वारा भी की जाती है. मांडू नगर में किराना दुकान संचालित करने वाले किराना व्यापारी सुरेश गंगवाल और सुनील ककरेचा बताते हैं कि, मांडू को स्वच्छ बनाए रखने के लिए नगर परिषद बेहतर काम करती है. दिन में दो बार पूरे मांडू नगर की झाड़ू निकालती है, वहीं सुबह के समय घर-घर जाकर कचरा भी इकट्ठा करती है. समय-समय पर नगर परिषद द्वारा नगर में स्वच्छता बनाए रखने के लिए जागरुकता प्रोग्राम भी संचालित किया जाता है, जिससे पूरा मांडू नगर स्वच्छ और सुंदर दिखाई देता है. इसी कारण यहां आने वाले पर्यटकों को मांडू की सुंदरता के साथ यहां की स्वच्छता भी अच्छी लगती है.

स्वच्छता के मामले में भी मांडू है एक नंबर

पर्यटन नगरी मांडू घूमने आए पर्यटक अंकुश गुप्ता ने बताया कि, अगर प्रकृति से आप को जुड़ना है, तो आप एक बार मांडू जरूर घूमने आए. मांडू में प्रकृति से सीधा संपर्क होता है. मांडू में प्राकृतिक सुंदरता को बनाए रखने के लिए बेहतर साफ-सफाई की व्यवस्था की गई है. मांडू में सारी जगह इतनी स्वच्छ है कि, यहां पर बिल्कुल भी किसी भी तरह की गंदगी या कचरा देखने को नहीं मिलता. जिससे मांडू की सुंदरता पर्यटकों के सामने उभर कर आती है. जिससे मांडू हमें घूमना बहुत पसंद आता है.

ये भी पढ़े- खुदाई में मिले मुगलकालीन चांदी के सिक्के, ठेकदार ने घर में छिपाए, पुलिस ने किए बरामद

मांडू को स्वच्छ और सुंदर बनाए रखना हैं जवाबदारी

मांडू नगर पालिका परिषद के मुख्य नगरपालिका अधिकारी संजय कानूनगो ने बताया कि, मांडू एक पर्यटक स्थल है और पर्यटक स्थल की पहचान उसकी सुंदरता और स्वच्छ व्यवस्था पर निर्भर करती है. मांडू में बड़ी संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक आते हैं. अगर मांडू स्वच्छ दिखाई देगा तो, निश्चित ही मांडू और हमारे देश की पहचान विदेश में स्वच्छता के मामले में भी जानी-पहचानी जाएगी, इसलिए मांडू को स्वच्छ बनाए रखने के लिए, नगर परिषद मांडू की स्वच्छता टीम बेहतर तरीके से काम करती है.

मांडू का इतिहास करता है आकर्षित

मांडू का गौरवशाली इतिहास और पौराणिक इमारते आज भी यहां आने वाले पर्यटकों को अतीत में ले कर जाती हैं. जिसमें पर्यटकों को रानी रूपमती और बाज बहादुर की संगीत प्रेम की मधुर धुन सुनाई देती है. मांडू के किलो और मकबरों कि वास्तुकला ओर खूबसूरत नक्काशी पर्यटकों को आचार्य जनक लगती है. बरसात में पल-पल बदलता मांडू का मौसम पर्यटकों को खूब भाता है. कभी घना कोहरा, तो कभी बारिश कि बोझार पर्यटकों का मन मोह लेती है. हरियाली की चादर ओढ़े मांडू पर्यटकों को खूब लूभाता है. इसी के चलते मांडू में हमेशा पर्यटकों का जमावड़ा लगा रहता है.

धार। मध्यप्रदेश की पर्यटन नगरी मांडू अपनी नैसर्गिक सुंदरता के साथ-साथ पौराणिक धरोहरों के लिए देश-विदेश में जानी जाती है. इसी के चलते मांडू में बड़ी संख्या में देशी पर्यटकों के साथ विदेशी सैलानी भी आते हैं. विंध्य की पहाड़ियों पर जमीन से करीब दो हजार फीट ऊंचाई पर बसी मध्यप्रदेश की ऐतिहासिक नगरी मांडू को सिटी ऑफ जॉय' के नाम से भी जाना जाता है. मांडू आने वाले पर्यटक जितनी तारीफ मांडू की नैसर्गिक और प्राकृतिक सुंदरता की करते हैं, उतनी ही तारीफ स्वच्छता को लेकर भी करते हैं. इस तारीफ को हासिल करने के लिए मांडू नगर परिषद कड़ी मेहनत करती है.

नैसर्गिक सुंदरता के साथ स्वच्छ मांडू

वेस्ट मैनेजमेंट प्रोग्राम

मांडू को स्वच्छ बनाए रखने के लिए मांडू नगर परिषद बेहतर वेस्ट मैनेजमेंट प्रोग्राम संचालित करता है. मांडू नगर परिषद की स्वछता टीम रोजाना दिन में 2 बार पूरे मांडू नगर पालिका की साफ-सफाई व्यवस्था को लेकर काम करती है. सुबह और शाम को मांडू को स्वच्छ और साफ सुथरा बनाए रखने के लिए पूरे नगर में झाड़ू लगाई जाती है और निकलने वाले कचरे को इकट्ठा कर कचरा वाहन के द्वारा एकत्रित किया जाता है. उसके बाद उस एकत्रित कचरे को ट्रेंचिंग ग्राउंड पर जमा किया जाता है, जिसके बाद उसमें से खाद बनाने वाले कचरे को अलग कर उससे कंपोस्ट बनाई जाती है.

बचे को हुए प्लास्टिक और दूसरे कचरे के निपटारे के लिए मांडू नगर परिषद मनावर स्थित सीमेंट फैक्ट्री में भेज देती है. जिससे उस कचरे का निपटारा हो सके. इस तरह मांडू को स्वस्छ एवं सुंदर बनाए रखने के लिए मांडू नगर परिषद कड़ी मेहनत करती है. जिससे मांडू आने वाले पर्यटक मांडू की नैसर्गिक सुरंदरता के साथ-साथ यहां की स्वच्छता को भी पसंद करते हैं.

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स्वच्छता ही हमारी पहचान

मांडू नगर परिषद द्वारा वेस्ट मैनेजमेंट के लिए संचालित प्रोग्राम की तारीफ स्थानीय लोगों के द्वारा भी की जाती है. मांडू नगर में किराना दुकान संचालित करने वाले किराना व्यापारी सुरेश गंगवाल और सुनील ककरेचा बताते हैं कि, मांडू को स्वच्छ बनाए रखने के लिए नगर परिषद बेहतर काम करती है. दिन में दो बार पूरे मांडू नगर की झाड़ू निकालती है, वहीं सुबह के समय घर-घर जाकर कचरा भी इकट्ठा करती है. समय-समय पर नगर परिषद द्वारा नगर में स्वच्छता बनाए रखने के लिए जागरुकता प्रोग्राम भी संचालित किया जाता है, जिससे पूरा मांडू नगर स्वच्छ और सुंदर दिखाई देता है. इसी कारण यहां आने वाले पर्यटकों को मांडू की सुंदरता के साथ यहां की स्वच्छता भी अच्छी लगती है.

स्वच्छता के मामले में भी मांडू है एक नंबर

पर्यटन नगरी मांडू घूमने आए पर्यटक अंकुश गुप्ता ने बताया कि, अगर प्रकृति से आप को जुड़ना है, तो आप एक बार मांडू जरूर घूमने आए. मांडू में प्रकृति से सीधा संपर्क होता है. मांडू में प्राकृतिक सुंदरता को बनाए रखने के लिए बेहतर साफ-सफाई की व्यवस्था की गई है. मांडू में सारी जगह इतनी स्वच्छ है कि, यहां पर बिल्कुल भी किसी भी तरह की गंदगी या कचरा देखने को नहीं मिलता. जिससे मांडू की सुंदरता पर्यटकों के सामने उभर कर आती है. जिससे मांडू हमें घूमना बहुत पसंद आता है.

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मांडू को स्वच्छ और सुंदर बनाए रखना हैं जवाबदारी

मांडू नगर पालिका परिषद के मुख्य नगरपालिका अधिकारी संजय कानूनगो ने बताया कि, मांडू एक पर्यटक स्थल है और पर्यटक स्थल की पहचान उसकी सुंदरता और स्वच्छ व्यवस्था पर निर्भर करती है. मांडू में बड़ी संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक आते हैं. अगर मांडू स्वच्छ दिखाई देगा तो, निश्चित ही मांडू और हमारे देश की पहचान विदेश में स्वच्छता के मामले में भी जानी-पहचानी जाएगी, इसलिए मांडू को स्वच्छ बनाए रखने के लिए, नगर परिषद मांडू की स्वच्छता टीम बेहतर तरीके से काम करती है.

मांडू का इतिहास करता है आकर्षित

मांडू का गौरवशाली इतिहास और पौराणिक इमारते आज भी यहां आने वाले पर्यटकों को अतीत में ले कर जाती हैं. जिसमें पर्यटकों को रानी रूपमती और बाज बहादुर की संगीत प्रेम की मधुर धुन सुनाई देती है. मांडू के किलो और मकबरों कि वास्तुकला ओर खूबसूरत नक्काशी पर्यटकों को आचार्य जनक लगती है. बरसात में पल-पल बदलता मांडू का मौसम पर्यटकों को खूब भाता है. कभी घना कोहरा, तो कभी बारिश कि बोझार पर्यटकों का मन मोह लेती है. हरियाली की चादर ओढ़े मांडू पर्यटकों को खूब लूभाता है. इसी के चलते मांडू में हमेशा पर्यटकों का जमावड़ा लगा रहता है.

Last Updated : Sep 29, 2020, 3:08 PM IST
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